दीफू (असम), 28 अप्रैल (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से आफस्पा यानी सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम को पूरी तरह हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यहां ‘शांति, एकता और विकास’ रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहले पूर्वोत्तर को बम धमाकों, हिंसा के लिए जाना जाता था। इससे सबसे ज्यादा पीड़ित हमारी माताएं, बहनें और बच्चे होते थे। अब जब युवाओं ने हथियार छोड़ दिए हैं तो मैं उनके चेहरे पर मुस्कान देखता हूं, मुझे लगता है कि ईश्वर मुझ पर कृपा बरसा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में स्थायी रूप से शांति कायम हो गयी है और केंद्र तथा राज्य सरकारों के सामूहिक प्रयास से पूर्वोत्तर राज्यों में तेज गति से विकास हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा, क्षेत्र में हिंसा में 75 फीसदी की कमी आने के साथ कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सुधार आने पर कानूनों को लागू करने में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि असम में पिछली सरकारों ने गत तीन दशकों में आफस्पा को बार-बार बढ़ाया, क्योंकि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया था। उन्होंने कहा, ‘पिछले आठ वर्षों में स्थिति पर उचित नियंत्रण के कारण आफस्पा को राज्य के ज्यादातर हिस्सों से हटा दिया गया है। हम बाकी के हिस्सों से भी इसे हटाने की कोशिश कर रहे हैं। नगालैंड और मणिपुर से भी इसे पूरी तरह हटाने पर तेजी से काम कर रहे हैं।’
गौरतलब है कि केंद्र ने नगालैंड, असम और मणिपुर में आफस्पा के तहत आने वाले प्रभावित इलाकों को दशकों बाद एक अप्रैल से कम करने की घोषणा की थी।
‘डबल इंजन सरकार का प्रभाव’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ‘डबल इंजन’ सरकार का प्रभाव असम में स्थायी शांति और तेज गति से विकास के लौटने से दिखाई देता है। सरकार ने असम के कार्बी आंगलोंग और त्रिपुरा में शांति समझौते किए हैं। प्रधानमंत्री ने कार्बी आंगलोंग में पशु चिकित्सा विज्ञान और कृषि कॉलेजों तथा एक मॉडल सरकारी कॉलेज की नींव रखी। असम में 2985 ‘अमृत सरोवर’ परियोजनाएं भी शुरू की। उन्होंने कहा कि कार्बी आंगलोंग के लिए 1,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं से युवाओं को नये अवसर मिलेंगे।