देशभर में छाए चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के शिक्षण संस्थान
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के शैक्षणिक संस्थानों का शानदार प्रदर्शन रहा। मेडिकल कॉलेज में पीजीआई चंडीगढ़ ने दूसरा स्थान हासिल कर उत्कृष्टता साबित की है। फार्मेसी में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ तीसरे नंबर पर रही, जबकि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मोहाली ने नौवां स्थान हासिल किया। हरियाणा का श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पलवल स्किल यूनिवर्सिटीज में तीसरे नंबर पर रहा। कृषि क्षेत्र में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल दूसरे और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना तीसरे स्थान पर रहा। बृहस्पतिवार को एनआईआरएफ के दसवें संस्करण की घोषणा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की।
आईआईटी मद्रास ने लगातार सातवें वर्ष एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है, जबकि भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरू लगातार दसवें वर्ष सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय रहा। आईआईएससी बेंगलुरू ने समग्र श्रेणी में दूसरा स्थान बरकरार रखा है, इसके बाद आईआईटी मुंबई और आईआईटी दिल्ली ने भी अपना-अपना स्थान बरकरार रखा।
शीर्ष दस बी-स्कूलों की सूची में सात आईआईएम शामिल हैं, जबकि आईआईटी दिल्ली इस श्रेणी में शामिल होने वाला एकमात्र प्रौद्योगिकी संस्थान है। एमडीआई गुड़गांव और एक्सएलआरआई जमशेदपुर क्रमशः नौवें और दसवें स्थान पर हैं।
फार्मेसी की श्रेणी में जामिया हमदर्द ने शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, जबकि पिछले साल तीसरे स्थान पर रहा बिट्स पिलानी दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ तीसरे नंबर
पर रही।
मेडिकल कॉलेजों में, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नयी दिल्ली ने शीर्ष स्थान हासिल किया है, उसके बाद पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ और सीएमसी वेल्लोर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। तीनों संस्थानों ने अपना स्थान बरकरार रखा है। राज्यों के सार्वजनिक विश्वविद्यालयों की श्रेणी में यादवपुर विश्वविद्यालय शीर्ष स्थान पर है, उसके बाद अन्ना विश्वविद्यालय और पंजाब विश्वविद्यालय का स्थान है।