नयी दिल्ली, 4 अगस्त (एजेंसी) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उस वक्त समन किया गया जब संसद का सत्र चल रहा है जो दिखाता है कि ‘मोदीशाही’ का स्तर पर हर दिन नीचे गिरता जा रहा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘जब संसद का सत्र चल रहा है तब ईडी ने राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को समन भेजा। वे दोपहर लगभग 12:20 बजे संसद से निकले और ईडी के समक्ष पेश हुए। मोदीशाही का स्तर हर दिन नीचे गिरता जा रहा है।’ इससे पहले, बृहस्पतिवार सुबह खड़गे ने राज्यसभा में कहा, ‘सदन की बैठक हो रही है। मैं भी इस सदन का एक सदस्य हूं और विपक्ष का नेता भी हूं। लेकिन मुझे इस वक्त ईडी का समन आता है कि जल्दी आइए।’ खड़गे ने कहा कि उन्हें 12.30 बजे ईडी ने बुलाया है इसलिए कानून का पालन करने के लिए वह ईडी कार्यालय जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘… जब सदन चल रहा है, उस वक्त ईडी द्वारा मुझे बुलाना, क्या यह उचित है? ‘
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।