नयी दिल्ली, 26 जुलाई (एजेंसी)
‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े धनशोधन मामले में सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को करीब 6 घंटे पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि सोनिया गांधी को फिर बुधवार को पेश होने को कहा गया है। वह मंगलवार को अपना बयान दर्ज कराने के बाद शाम करीब सात बजे ईडी कार्यालय से रवाना हुईं। सोनिया गांधी ‘जेड प्लस’ सुरक्षा घेरे में अपने बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पूर्वाह्न करीब 11 बजे मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर विद्युत लेन में स्थित संघीय एजेंसी के कार्यालय पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष एक बार दोपहर करीब दो बजे ईडी कार्यालय से निकलीं थी और दोपहर करीब साढ़े तीन बजे लौट आयी थीं। ऐसा माना जा रहा है कि समन के सत्यापन, उपस्थिति पत्र पर हस्ताक्षर करने सहित शुरुआती औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सोनिया गांधी से करीब सवा 11 बजे पूछताछ शुरू हुई। सोनिया (75) से पहली बार 21 जुलाई को मामले में दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी।
मंगलवार को पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में प्रदर्शन किया। राहुल गांधी और कांग्रेस के कई सांसदों ने संसद भवन से मार्च निकाला तथा वे राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर रोक दिया। इसके बाद इन नेताओं ने वहां धरना दिया। कुछ देर बाद पुलिस ने राहुल और कई अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। बाद में राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘तानाशाही देखिए, शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं कर सकते, महंगाई और बेरोज़गारी पर चर्चा नहीं कर सकते।
‘मोदी और शाह की कठपुतली पुलिस’
इस बीच, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे और कई अन्य कांग्रेस सांसदों के साथ धक्कामुक्की की और यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा करवाया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, ‘भाजपा की तानाशाही अब खुलकर सामने है। संसद में जरूरी मुद्दों पर चर्चा नहीं कर सकते और सड़क पर जनता की आवाज नहीं उठा सकते। पुलिस और एजेंसियां लगाकर तानाशाह सरकार विपक्ष को दबाना चाहती है।’