EC vs Rahul Gandhi : हरियाणा में ‘वोट चोरी’ विवाद पर, जयराम रमेश बोले- जनसमर्थन नहीं मिला तो ‘वोटर लिस्ट बदल दो’
मोदी-शाह का मॉडल है कि जनसमर्थन नहीं मिले तो मतदाता सूची बदल दो: कांग्रेस
EC vs Rahul Gandhi : कांग्रेस ने हरियाणा में कथित ‘वोट चोरी' को लेकर राहुल गांधी के संवाददाता सम्मेलन के बाद बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का ‘‘मॉडल'' साफ है कि जब जनसमर्थन न मिले तो मतदाता सूची ही बदल दो।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया कि राहुल गांधी के संवाददाता सम्मेलन ने भारत के सबसे बड़े चुनावी ‘फ्रॉड (फर्जीवाड़े)' का पर्दाफाश कर दिया है। हरियाणा में 25 लाख फर्जी वोटर, भाजपा की पूरी जानकारी और चुनाव आयोग की मूक सहमति से तैयार किए गए। मोदी-शाह का मॉडल साफ है कि जब जनसमर्थन न मिले, तो मतदाता सूची ही बदल दो।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वही चुनाव आयोग जो नफरत भरे भाषणों पर सोया रहता है, वह असली मतदाताओं को सूची से हटाने और नकली मतदाता जोड़ने में अचानक सक्रिय हो जाता है। यह मतदाता सूची का संशोधन नहीं, यह वोट चोरी है। राहुल गांधी ने ‘‘वोट चोरी'' के खिलाफ अपनी मुहिम को जारी रखते हुए बुधवार को हरियाणा की मतदाता सूची से जुड़े आंकड़े सामने रखे और दावा किया कि पिछले साल अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव को 25 लाख फर्जी मतों के जरिये चोरी किया गया था।
उन्होंने निर्वाचन आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया और कहा कि न सिर्फ हरियाणा की सरकार और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी वैध रूप से पद पर नहीं हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी सरकार में वैध रूप से नहीं हैं। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का कहना है कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप ‘‘निराधार'' हैं क्योंकि प्रदेश में उनके पार्टी के बूथ एजेंट की ओर से मतदाता सूची के खिलाफ कोई अपील दायर नहीं की गई।

