जम्मू, 28 जून (हप्र/ एजेंसी)
भारतीय वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन से बम गिराये जाने के एक दिन बाद यहां रत्नूचक इलाके में सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर भी 2 ड्रोन मंडराते दिखे। सतर्क सैनिकों ने खतरे को भांपते हुए उन पर फायरिंग की और संभावित हमले को नाकाम कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि एक ड्रोन रविवार रात पौने 12 बजे और दूसरा ड्रोन 2 बजकर 40 मिनट पर देखा गया। यह करीब 50 से 75 मीटर की ऊंचाई पर थे। सैनिकों के गोलियां चलाने के बाद दोनों ड्रोन वहां से उड़ गये।
जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने एक बयान में कहा, ‘सतर्क सैनिकों ने रत्नूचक-कालूचक सैन्य क्षेत्र के ऊपर 2 अलग-अलग ड्रोन गतिविधियों को देखा। तुरंत ही हाई अलर्ट जारी किया गया और क्यूआरटी (क्विक रिस्पाॅन्स टीम) ने ड्रोन पर फायरिंग की। दोनों ड्रोन वहां से भाग निकले। सैनिकों की सतर्कता और सक्रियता से एक बड़े खतरे को टाल दिया गया।’ सुरक्षा बल अब भी सतर्क हैं और तलाशी अभियान जारी है। अधिकारियों ने कहा कि सैन्य स्टेशन के बाहर के पूरे इलाके की तुरंत घेराबंदी कर दी गई और अंतिम रिपोर्ट मिलने तक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी था। अधिकारियों ने कहा कि जमीन पर अब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
गौर हो कि कालूचक स्थित सैन्य स्टेशन पर 2002 में आतंकी हमला हुआ था। उस हमले में 30 लोग मारे गये थे।