नयी दिल्ली, 15 सितंबर (एजेंसी)
पाकिस्तान ने एक बार फिर दुनिया को भ्रमित करने के प्रयास के तहत मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक के दौरान झूठ को प्रसारित करते हुए एक ‘काल्पनिक’ नक्शा पेश किया। इस नक्शे में भारतीय भूभाग को पाकिस्तान के हिस्से के तौर पर दिखाया गया था। अत: इस के विरोध में भारतीय पक्ष के एनएसए अजीत डोभाल ने बैठक का बहिर्गमन किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए कहा, ‘यह मेजबान द्वारा इसके खिलाफ दिये गए परामर्श की घोर उपेक्षा और बैठक के नियमों का उल्लंघन था। मेजबान से विचार-विमर्श के बाद, भारतीय पक्ष ने इस मौके पर विरोधस्वरूप बैठक छोड़ने का फैसला किया।’ बैठक की अध्यक्षता रूस कर रहा था।
इस मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा, ‘जैसी कि उम्मीद की जा रही थी, पाकिस्तान ने इस बैठक को लेकर भ्रामक तस्वीर पेश की।’ सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई एससीओ चार्टर का ‘घोर उल्लंघन’ था और एससीओ के सदस्य देशों की क्षेत्रीय संप्रभुता और अखंडता की सुरक्षा को लेकर सभी स्थापित मानकों के खिलाफ भी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की इमरान सरकार ने बीते माह एक नया नक्शा जारी करते हुए लद्दाख, सियाचिन और गुजरात के जूनागढ़ को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था। पाकिस्तान तब से लगातार इसी नक्शे को प्रचारित कर रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की इस बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व पाक पीएम के राष्ट्रीय सुरक्षा विशेष सलाहकार मोईद डब्ल्यू यूसुफ कर रहे थे।
रूस को उम्मीद- प्रभावित नहीं होगी भागीदारी
रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैत्रुशेव ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से अजीत डोभाल के आने को लेकर उत्साहित थे। सूत्रों के अनुसार रूस ने पाक के इस उत्तेजक कदम का समर्थन न करते हुए आशा जतायी कि इस घटना से एससीओ में भारत की भागीदारी किसी तरह प्रभावित नहीं होगी।