Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Dog remark row : विशेषाधिकार प्रस्ताव से जुड़े सवाल पर रेणुका बोलीं 'भौं-भौं', मीम की आई बाढ़

उन्होंने कहा था कि अंदर बैठे लोग काटते हैं, कुत्ते नहीं काटते

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

Dog remark row : संसद में कुत्ता ले जाने के कारण विवादों से घिरीं कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने उनके खिलाफ सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों द्वारा विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग किए जाने को लेकर बुधवार को पूछे गए सवाल पर दो बार ‘‘भौं-भौं'' बोलकर जवाब दिया।

उनकी इस त्वरित टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर मीम की बाढ़ आ गई है। विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की तैयारी संबंधी खबरों के बारे में पूछे जाने पर राज्यसभा सदस्य चौधरी ने संसद परिसर में कहा कि भौं-भौं...मुझे और क्या कहना चाहिए। जब कांग्रेस सांसद से आगे सवाल किया गया कि वह क्या करेंगी, तो उन्होंने कहा कि ‘जब यह आएगा तो हम देखेंगे... समस्या क्या है।

Advertisement

जब यह (विशेषाधिकार प्रस्ताव) आएगा, तो मैं मुंह तोड़ जवाब दूंगी। बाद में उन्होंने ‘एक्स' पर पोस्ट किया कि यदि मेरी चुप्पी के कारण आप मानते हैं कि मुझे दुख नहीं होता, तो यह याद रखें: आपकी क्रूरता मेरी आवाज़ से कहीं अधिक मुखर है। अक्सर मुखर रहने वाली कांग्रेस सांसद शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को संसद परिसर में अपनी कार में एक कुत्ता लाने को लेकर विवादों में घिर गई हैं।

Advertisement

उनका कहना था कि कुत्ता आवारा था जिसे उन्होंने बचाया था और पशु चिकित्सक के पास ले जा रही थी। उस वक्त जब चौधरी से पूछा गया था कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने कहा था कि अंदर बैठे लोग काटते हैं, कुत्ते नहीं काटते। इस मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान सवाल पूछने के अंदाज में पहले कहा था कि पालतू जानवरों को यहां (संसद परिसर में बाहर) लाने की अनुमति नहीं है?

हालांकि इस दौरान संसद भवन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा था कि लेकिन ‘अंदर' लाने की अनुमति है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा था। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने न केवल संसद की मर्यादा और गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि वहां काम करने वाले सभी सांसदों, सुरक्षाकर्मियों, अधिकारियों और दूसरे कर्मचारियों का भी अपमान किया।

Advertisement
×