लखनऊ, 25 जनवरी (एजेंसी)
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 और 2022 के कुल 61 विजेताओं को दिए गये डिजिटल प्रमाण पत्र आईआईटी कानपुर द्वारा विकसित ‘ब्लॉकचेन-टेक्नोलॉजी’ का इस्तेमाल कर तैयार किए गए हैं। आईआईटी कानपुर के निदेशक अभय कांडीकर ने मंगलवार को कहा कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भविष्य में सभी डिग्रियां और प्रमाण-पत्र वितरित करने में किया जा सकता है। कांडीकर ने बताया, ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के डिजिटल प्रमाण पत्रों को इनके प्राप्तकर्ताओं के मोबाइल फोन में इंस्टॉल वॉलेट में भेजा गया। ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी वैश्विक स्तर पर सत्यापन योग्य होने के साथ-साथ बेहद सुरक्षित भी मानी जाती है।’ कांडीकर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 28 दिसंबर 2021 को संस्थान के 54वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की थी और ब्लॉकचेन आधारित डिजिटल डिग्रियां जारी की थी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद से डिग्रियों और अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के ऑनलाइन सत्यापन की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इस प्रक्रिया को आसान और बेहतर बनाने के लिए ब्लॉकचेन और सेल्फ सॉवरेन आइडेंटिटी की मदद से छात्रों को मदद मिलती है।