नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (एजेंसी)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डालने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में नहीं आता था। उन्होंने ‘थैंक्यू मोदी जी’ हैशटैग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था।’ गौरतलब है कि रविवार पंजाब के कपूरथला में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के ‘निशान साहिब’ का अनादर करने के आरोप में एक व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला था। इससे एक दिन पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर जान ले ली थी।
भाजपा ने राजीव गांधी को बताया ‘मॉब लिंचिंग का पिता’
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों का मामला उठाया और उनके पिता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘मॉब लिंचिंग का पिता’ करार दिया। भाजपा के आईटी विभाग के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ‘मिलिए राजीव गांधी से, मॉब लिंचिंग के पिता, सिखों के कत्लेआम को न्यायोचित ठहरा रहे हैं। कांग्रेस सड़कों पर उतरी, ‘खून का बदला खून से लेंगे’ जैसे नारे लगाए, बलात्कार किया, सिखों के गले में जलते हुए टायर डाल दिए गए और नालियों में पड़े शवों को कुत्ते खा रहे थे।’ मालवीय ने राजीव गांधी के एक भाषण का वीडियो भी साझा किया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि 1984 के सिख दंगों में सैंकड़ों सिखों की हत्या कर दी गई थी और इसके लिए कांग्रेस के कुछ नेताओं को जिम्मेदारी ठहराया जाता है।