Dharmanagari Kurukshetra ‘ऑपरेशन सिंदूर’ गीता-प्रेरित धर्म-युद्ध का प्रतीक : राजनाथ सिंह
Dharmanagari Kurukshetra रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत की कार्रवाई पूरी तरह उस धर्म-सिद्धांत से प्रेरित थी, जिसकी सीख भगवान कृष्ण ने पांडवों को दी थी। उन्होंने कहा कि युद्ध प्रतिशोध या महत्वाकांक्षा का नहीं, बल्कि धर्म और न्याय की स्थापना का माध्यम होता है। वे हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 10वें अंतरराष्ट्रीय गीता सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे।
सिंह ने कहा कि जो व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलता है, वह कभी भयभीत नहीं होता। पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह अमानवीय कृत्य आज भी राष्ट्रीय चेतना को व्यथित करता है। आतंकियों और उनके संरक्षकों ने भारत के शिष्टाचार को कमजोरी समझने की भूल की, जबकि भारत गीता की भूमि है, जहां करुणा भी है और अन्याय के विरुद्ध खड़े होने का संकल्प भी।
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत के आत्म-सम्मान, आत्म-प्रतिबद्धता और आत्म-विश्वास की घोषणा था। इस अभियान ने दुनिया को दिखाया कि भारत युद्ध चाहता नहीं, पर यदि बाध्य हुआ तो पीछे नहीं हटता और कड़ा जवाब देता है।
सम्मेलन में हरियाणा के मंत्री अनिल विज और स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का आयोजन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने संयुक्त रूप से किया।
