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Air Pollution धुंध की मार से दिल्ली बेहाल, कई इलाकों में AQI 340 से ऊपर

राष्ट्रीय राजधानी शुक्रवार सुबह एक बार फिर जहरीली धुंध की मोटी चादर में ढकी नजर आई। सुबह आठ बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 323 दर्ज हुआ, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के...

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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर विपक्षी सांसदों का विरोध, संसद के शीतकालीन सत्र में 4 दिसंबर का दृश्य इसी तरह दिखा।
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राष्ट्रीय राजधानी शुक्रवार सुबह एक बार फिर जहरीली धुंध की मोटी चादर में ढकी नजर आई। सुबह आठ बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 323 दर्ज हुआ, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार हाल के दिनों के मुकाबले मामूली सुधार जरूर दिखा, लेकिन कई इलाकों में दृश्यता कम रही और धुंध की परत लगातार बनी रही।

कई इलाकों में AQI 340 से ऊपर

घाज़ीपुर, अक्षरधाम और आनंद विहार जैसे क्षेत्रों में सुबह से ही घना धुआं और धुंध छाया रहा। आनंद विहार का एक्यूआई 348, सोनिया विहार का 343 और वज़ीरपुर का 358 दर्ज किया गया। बवाना में एक्यूआई 325 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। इसके मुकाबले एनएसआईटी द्वारका का एक्यूआई 269 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।

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एक्यूआई श्रेणियां और स्वास्थ्य पर असर

सीपीसीबी के अनुसार 0 से 50 तक का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।

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विशेषज्ञों के अनुसार ‘बहुत खराब’ स्तर पर लंबे समय तक रहने से स्वस्थ लोगों में भी सांस संबंधी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं। बच्चों, बुजुर्गों और दमा या हृदय रोगियों के लिए यह स्तर ज्यादा हानिकारक होता है।

सरकार की समीक्षा बैठक

राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को सचिवालय में बैठक कर नियंत्रण उपायों की समीक्षा की। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए जारी कदमों, प्रवर्तन और स्थानीय स्तर पर निगरानी को और सख्त बनाने पर जोर दिया गया।

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