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Delhi Stampede Case : निसंतान चाचा-चाची ने लिया था गोद, पढ़ाई में था बहुत होशियार... भगदड़ में चली गई जान

वैशाली जिले के पातेपुर का नीरज चाचा-चाची के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा था
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चंडीगढ़, 16 फरवरी (ट्रिन्यू)

Delhi Stampede Case : दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की दुखद घटना से हर कोई दुख में है। मिली जानकारी के अनुसार, इस अनहोनी में करीब 18 लोग मारे गए। इस दौरान किसी ने अपने बहन-भाई को खो दिया तो किसी के सिर से मां-बाप का साया ही उठ गया। वहीं, इस भगदड़ में 12 साल की लड़के नीरज की भी मौत हो गई।

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वैशाली जिले के पातेपुर का नीरज चाचा-चाची के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा था। मगर, अचानक हुई भगदड़ में वह स्टेशन पर गिर गया और भीड़ के नीचे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। पातेपुर डभैच के संजीत पासवान और कमलेश के 3 बच्चे हैं, जिनमें से नीरज सबसे छोटा था। उसके चाचा-चाची ने नीरज को गोद लिया था।

उसके चाचा-चाची ने मीडिया को बताया कि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था और उसका दाखिला दिल्ली के एक स्कूल में हो गया था। 3 महीने बाद ही उसे दिल्ली से अपने घर लौटना पड़ा। मगर, नियती को कुछ और ही मंजूर था। वह घर जाने के लिए दिल्ली स्टेशन गया, लेकिन इस हादसे में नीरज की मौत हो गई। वहीं, उनके चाचा-चाची भी इस भगदड़ में घायल हुए हैं।

नीरज की मौत की खबर से दोनों परिवारों में मातम का आलम है। वहीं, नीरज के पिता ने इस हादसे के लिए रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार बताया और कहा कि बदइंतजामी के कारण यह हादसा हुआ है।

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