Delhi Stampede Case : आप नेताओं ने जताया शोक, भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा - "आपदा सरकार..."
नई दिल्ली, 16 फरवरी (भाषा)
Delhi Stampede Case : आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं ने रविवार को कहा कि नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ ‘‘घोर कुप्रबंधन'' और भीड़ नियंत्रण उपायों के अभाव का एक जीता-जागता उदाहरण है। ‘आप' प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि महाकुंभ में जा रहे श्रद्धालुओं की मौत बेहद दुखद और दर्दनाक है।
उन्होंने ‘एक्स' पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत बेहद दुखद एवं पीड़ादायक है। ईश्वर उनकी आत्माओं को शांति प्रदान करें। हादसे में जिन परिवारों ने अपनों को खोया उन सभी के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।” भाजपा पर पलटवार करते हुए ‘आप' के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने ‘एक्स' पर लिखा "आपदा सरकार..." दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने ‘आप' के कथित भ्रष्टाचार और विफलताओं को उजागर करने के लिए 'आप-दा' शब्द का इस्तेमाल किया था।
भाजपा ने 70 में से 48 सीट जीतकर 10 साल बाद दिल्ली की सत्ता से ‘आप' को बाहर कर दिया। आप के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि भगदड़ ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने इसे "घोर कुप्रबंधन" और भीड़ नियंत्रण उपायों के अभाव का एक जीता-जागता उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, "11 फरवरी को मैंने संसद में यह मुद्दा उठाया था और रेलवे स्टेशनों पर बेहतर प्रबंधन प्रोटोकॉल लागू करने की तत्काल आवश्यकता के बारे में बात की थी, लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज कर दिया।"
उन्होंने कहा कि भगदड़ के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए तत्काल सुधार पर जोर दिया जाए। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बयान में कहा कि दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने घटना के मद्देनजर रविवार के पूर्व निर्धारित सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली इकाई के प्रभारी बैजयंत पांडा, विधायक कैलाश गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन समेत भाजपा नेताओं ने जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई। यात्री स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर प्रयागराज में जारी महाकुंभ जाने के लिए ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे।