Delhi News : टीबी जागरूकता और जांच को लेकर स्कूल-कॉलेजों, आश्रय गृहों में बढ़ी सक्रियता
नई दिल्ली, 12 मार्च (भाषा)
Delhi News : दिल्ली में पिछले साल दिसंबर में शुरू हुए 100 दिवसीय तपेदिक जागरूकता और जांच अभियान के तहत रोग की रोकथाम और प्रारंभिक पहचान के प्रयासों को गति देने के मकसद से स्कूलों, कॉलेजों और आश्रय गृहों में सक्रियता बढ़ाई गई है।
केंद्रीय विद्यालयों, दिल्ली सरकार के स्कूलों के साथ ही रामजस इंटरनेशनल जैसे निजी स्कूलों सहित शैक्षणिक संस्थानों ने जागरूकता सत्र एवं रैलियां आयोजित की हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली, जामिया मिलिया इस्लामिया और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) भी इस पहल में शामिल हो गए हैं।
इन संस्थानों के कई छात्र ‘नि-क्षय' मित्र बन गए हैं, जो टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें छह महीने तक भोजन उपलब्ध कराने की पहल में आगे आए हैं। इस अभियान के तहत जेलों, आश्रय गृहों और मानसिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए स्थापित केंद्रों में भी टीबी की जांच में तेजी लाई गई है।
मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों और वयस्कों के लिए बने गृह ‘आशा किरण' में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जहां लोगों की एक्स-रे जांच की गई और लक्षण वाले मामलों में एनएएटी परीक्षण भी किया गया।
लोक नायक चेस्ट क्लिनिक ने 13 रैन बसेरों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से 257 व्यक्तियों तक पहुंच बनाई गई है। इन व्यक्तियों की एक्स-रे और एनएएटी जांच की गई।