Delhi AQI : हवा बिगड़ी, बयानबाजी तेज... दिल्ली की ‘खराब' वायु गुणवत्ता को लेकर AAP-BJP में छिड़ी जंग
नई दिल्ली, 15 मई (भाषा)
धूल भरी आंधी के कारण वायु गुणवत्ता में गिरावट के साथ ही राजधानी दिल्ली में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। विपक्षी आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि उसके शासन के दौरान स्थिति कभी इतनी खराब नहीं थी। वहीं भाजपा ने आरोप को राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास बताया है। रात भर चली धूल भरी आंधी के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई।
पिछले कुछ हफ्तों से मध्यम स्तर पर स्थिर रहने के बाद वीरवार की सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 236 पर पहुंच गया। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘एक्स' पर लिखा कि आम आदमी पार्टी (आप) के शासन में साल के इस समय में वायु प्रदूषण की स्थिति ‘कभी इतनी खराब नहीं थी'। दिल्ली की एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी केजरीवाल के विचार से सहमति जताई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, 2022-24 में 15 मई को वायु गणवत्ता सूचकांक कभी 243 से अधिक नहीं हुआ था। आज वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 दर्ज किया गया। आतिशी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि क्या दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा शहर में बिगड़ते वायु प्रदूषण की जिम्मेदारी लेंगे। इस पर सिरसा ने पलटवार करते हुए कहा कि यह ‘दुर्भाग्यपूर्ण' है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ के लिए एक प्राकृतिक घटना का इस्तेमाल कर रही हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि ‘असली दोषी' आप है, जिसने दिल्ली में 10 साल के शासन के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी की। आज वायु गुणवत्ता सूचकांक में जो उछाल आया है, वह मौसम की घटना के कारण है, कुशासन के कारण नहीं। आतिशी, असली कुशासन के बारे में बात करते हैं... 10 साल तक आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को अनुपचारित विरासती कचरे, टूटी-फूटी और धूल भरी सड़कों के ढेर में धकेल दिया और प्रदूषण पर कोई जवाबदेही नहीं दिखाई। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 तक पहुंच गया है।