Delhi Acid Attack : घटना के समय मुख्य संदिग्ध की ‘लोकेशन' घटनास्थल से मिली दूर, दीवार पर तेजाब का कोई निशान नहीं
दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज के पास 20 वर्षीय युवती पर कथित तेजाब हमले के सिलसिले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि, इस मामले ने सोमवार को एक नया मोड़ ले लिया, जब जांच में मुख्य संदिग्ध की ‘लोकेशन' अपराध के समय घटनास्थल पर नहीं, बल्कि दूसरे इलाके में मिली। डीयू के ‘नॉन-कॉलेजिएट' महिला शिक्षा बोर्ड की बीकॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा पर एक युवक और उसके साथियों ने रविवार सुबह उस समय कथित तौर पर तेजाब फेंक दिया, जब वह अतिरिक्त कक्षा में शामिल होने के लिए जा रही थी।
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी जितेंद्र के साथ दो अन्य युवकों-इशान और अरमान ने इस घटना को कथित तौर पर अंजाम दिया। उसने कहा कि मुकुंदपुर निवासी जितेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। यह वही इलाका है, जहां पीड़िता भी रहती है। पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान जितेंद्र ने दावा किया कि घटना के समय वह मौके पर मौजूद ही नहीं था।
प्रथम दृष्टया जांचकर्ताओं ने भी यही पाया है कि हमले के समय जितेंद्र घटनास्थल पर मौजूद नहीं था। जितेंद्र के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चलता है कि घटना के समय वह अपराध स्थल पर नहीं, बल्कि करोल बाग इलाके में था। घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। आसपास के क्षेत्र से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज भी घटनास्थल पर जितेंद्र की मौजूदगी को साबित नहीं करते हैं।
पुलिस ने ई-रिक्शा से आई छात्रा के कॉलेज से 200 मीटर पहले ही उतर जाने पर भी सवाल उठाए। एक सूत्र ने दावा किया कि कथित अपराधस्थल के पास की दीवार पर तेजाब का कोई निशान नहीं पाया गया। मामले के दो अन्य आरोपी इशान और अरमान एक-दूसरे के भाई हैं तथा पीड़िता के दूर के रिश्तेदार लगते हैं। उसने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़िता के परिवार और इशान-अरमान के परिवार के बीच संपत्ति विवाद है। 2018 में पीड़िता के एक परिजन ने इशान और अरमान के एक रिश्तेदार पर ‘तेजाब हमला' किया था।
यह मामला अदालत में विचाराधीन है। पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) भीष्म सिंह ने एक बयान में बताया कि हमलावरों ने छात्रा पर बहुत नजदीक से ‘तेजाब' फेंका। छात्रा ने अपना चेहरा बचाने के लिए हाथ ऊपर उठाए, जिससे उसके दोनों हाथ झुलस गए। इसमें कहा गया है कि हमले के बाद आरोपी मौके से भाग गए। (घटना में) झुलसी छात्रा को दीप चंद बंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे प्रारंभिक उपचार दिया और फिर पुलिस को मामले की सूचना दी। प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि जितेंद्र कई महीनों से छात्रा का पीछा कर रहा था। इस बीच, पीड़िता के परिवार ने कहा कि उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
छात्रा के भाई ने कहा कि मुझे मेरे रिश्तेदार ने बताया कि तीन लोगों ने मेरी बहन पर तेजाब से हमला किया है। उनमें से एक हमारे घर के पास रहता है और पिछले कुछ समय से मेरी बहन का पीछा कर रहा था। पिछले महीने मेरी बहन ने उसे खरी-खोटी सुनाई थी, जिसके बाद वह उसे धमकाने भी लगा था। हम इंसाफ चाहते हैं। हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए।
