बेंगलुरु, 27 जनवरी (एजेंसी)
वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने बृहस्पतिवार को कहा कि गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण देने का नरेंद्र मोदी सरकार का फैसला राजनीति पर आधारित है, न कि गुण-दोष पर आधारित। उन्होंने कहा कि यदि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री समझते हैं कि इससे कांग्रेस पार्टी के हितों को नुकसान होगा तो उन्हें यह सम्मान स्वीकार नहीं करना चाहिए।
मोइली ने यहां कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी ने एक राजनीतिक फैसला किया है। उन्होंने राजनीतिक तौर पर एक निर्णय लिया है, न कि गुण-दोष या किसी अन्य आधार पर। अब उन्हें (आजाद को इस सम्मान को ग्रहण करने या न करने के बारे में) फैसला करना है।” उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार करने से पहले आजाद को सोचना चाहिए कि क्या ऐसा करना पार्टी हित में है या नहीं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मोइली कांग्रेस के उन 23 नेताओं शामिल हैं जिन्होंने 2020 में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अंदरूनी सुधार की मांग की थी। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, ऐसे में उन्हें हर पहलू पर विचार करना होगा कि यह सम्मान स्वीकार करने से पार्टी के हित को नुकसान होगा या नहीं।