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Cyclone Storm Montha : ‘मोंथा’ से तटीय ओडिशा में आफत, कई इलाकों में जलभराव और भूस्खलन का कहर

चक्रवात 'मोंथा': ओडिशा के कुछ हिस्सों में बारिश; भूस्खलन, संपत्ति के नुकसान की सूचना

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Cyclone Storm Montha : भीषण चक्रवात 'मोंथा' कमजोर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल गया और पड़ोसी आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना से आगे बढ़ गया, जिसके चलते ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर सहित राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।

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विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न जिलों से भूस्खलन, पेड़ों के उखड़ने और घरों को नुकसान की कई घटनाएं सामने आई हैं। आईएमडी के बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य के तटीय क्षेत्र में 30 किलोमीटर प्रति घंटा से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाली हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इन क्षेत्रों में खुर्दा, कटक, पुरी, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जैसे जिले शामिल हैं।

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सबसे अधिक 105 मिलीमीटर बारिश मयूरभंज जिले में, इसके बाद बालासोर में 93.5 मिलीमीटर, खुर्दा में 90 मिलीमीटर और चांदबाली में 74.4 मिलीमीटर दर्ज की गई है। भीषण चक्रवात 'मोंथा' के मंगलवार शाम पड़ोसी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र से टकराने के बाद कमजोर होने पर भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने दक्षिणी ओडिशा क्षेत्र के लिए अपने 'रेड' और 'ऑरेंज' अलर्ट वापस ले लिए हैं और एक नया मौसम पूर्वानुमान जारी किया है।

भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक डॉ मनोरमा मोहंती ने कहा कि हमने गंजाम, सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, कोरापुट, मलकानगिरी, रायगड़ा, गजपति, कालाहांडी और नवरंगपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है।

हवा की गति के पूर्वानुमान में भी संशोधन किया गया है। मलकानगिरी और कोरापुट जिलों में सतह पर हवा की गति 45 किलोमीटर प्रति घंटा से 55 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच रहेगी, जो 65 किलोमीटर प्रति घंटा तक तेज हो सकती है, जबकि गजपति, रायगड़ा, कालाहांडी और नवरंगपुर में हवा की गति 35 किलोमीटर प्रति घंटा से 45 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच रहेगी।

हालांकि, उन्होंने कहा कि बचाव दलों की तैनाती और अन्य तैयारियों के उपाय तब तक जारी रहेंगे जब तक यह चक्रवात दिन में राज्य को पार नहीं कर जाता। तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर चक्रवाती तूफान 'मोंथा' पिछले छह घंटों के दौरान 15 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है और (सुबह 5:30 बजे) नरसापुर (आंध्र प्रदेश) से लगभग 80 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 230 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम और गोपालपुर (ओडिशा) से 460 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था।

आईएमडी ने कहा कि यह तूफान तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से होते हुए उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा तथा अगले तीन घंटों के दौरान गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा और उसके बाद के छह घंटों के दौरान दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। विभाग ने यह भी कहा कि तटीय वेधशालाओं, स्वचालित मौसम स्टेशनों, जहाजों और उपग्रहों के डेटा के साथ-साथ मछलीपट्टनम और विशाखापत्तनम में स्थित ‘डॉप्लर वेदर रडार' (डीडब्ल्यूआर) के माध्यम से चक्रवात की गतिविधि पर करीब से नजर रखी जा रही है।

आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि अधिकारी कमजोर होते तूफान पर लगातार नजर रख रहे हैं क्योंकि यह आंतरिक क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है, जिससे तटीय आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं।

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