नयी दिल्ली, 3 दिसंबर (एजेंसी)
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा का गहरा अवदाब एक चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ में बदल गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात के शनिवार सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है। इसके बाद, यह ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और 5 दिसंबर को दोपहर तक पुरी के आसपास के तट पर पहुंचेगा। चक्रवात का नाम ‘जवाद’ सऊदी अरब ने प्रस्तावित किया है।
आईएमडी के अनुसार, 30 नवंबर को अंडमान सागर के ऊपर हवा का कम दबाव का एक क्षेत्र बना था। यह 2 दिसंबर को अवदाब में और शुक्रवार सुबह एक गहरे अवदाब में बदल गया। यह शुक्रवार को दोपहर तक चक्रवात में तब्दील हो गया। चक्रवात से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और इससे लगे दक्षिणी तटीय ओडिशा में शुक्रवार की शाम तक बहुत भारी वर्षा शुरू होने की संभावना है। शनिवार को बारिश की तीव्रता बढ़ने के आसार हैं। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों में शनिवार के लिए चेतावनी जारी की गई है। ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर जिलों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। आईएमडी ने शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल में छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा रविवार और सोमवार को असम , मेघालय व त्रिपुरा में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
एनडीआरएफ ने 64 दलों को किया तैयार
‘जवाद’ से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने 64 दलों को काम में लगाया है। एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में 46 दल तैनात किए गए हैं, जबकि 18 दलों को तैयार रखा गया है। इन दलों में से, पश्चिम बंगाल में 19, ओडिशा में 17, आंध्र प्रदेश में 19 , तमिलनाडु में 7 और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में 2 तैनात किए गए हैं।