नयी दिल्ली, 9 नवंबर (एजेंसी)
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उसने सीबीआई एवं ईडी के साथ सांठगांठ करके ‘राफेल घोटाले’ पर पर्दा डाला। पार्टी ने यह भी कहा कि मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के जरिये जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘मोदी सरकार द्वारा राफेल डील में भ्रष्टाचार, रिश्वत और मिलीभगत को दफनाने के लिए ऑपरेशन कवर-अप एक बार फिर उजागर हो गया है। ताजा खुलासे से राफेल घोटाले पर पर्दा डालने के लिए मोदी सरकार-सीबीआई-ईडी के बीच संदिग्ध सांठगांठ का पता चलता है।’ खेड़ा ने दावा किया कि 4 अक्तूबर 2018 को भाजपा के 2 पूर्व केंद्रीय मंत्रियों और एक वरिष्ठ वकील ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार का हवाला देते हुए सीबीआई निदेशक को शिकायत सौंपी थी। मॉरीशस सरकार ने 11 अक्तूबर 2018 को सीबीआई को दस्तावेज सौंपे थे। खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘23 अक्तूबर 2018 को पीएम मोदी की अगुवाई वाली एक समिति ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को मध्यरात्रि में तख्तापलट कर हटा दिया और अपने चहेते अधिकारी एम. नागेश्वर राव को सीबीआई प्रमुख नियुक्त किया।’