Crime Report : विधानसभा में पेश हुई 2019 से 2024 तक की क्राइम रिपोर्ट, हत्या व दुष्कर्म के मामले हुए कम तो अपहण व डकैती में इजाफा
चंडीगढ़, 10 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Assembly Crime Report : हरियाणा सरकार का दावा है कि क्राइम के मामले में जीरो टोलरेंस पर काम किया जा रहा है। स्पेशल टॉस्क फोर्स का भी गठन किया है। प्रदेश सरकार ने पिछले पांच वर्षों 2019 से दिसंबर-2024 तक की क्राइम रिपोर्ट भी सदन में रखी। रिपोर्ट के हिसाब से पिछले साल प्रदेश में हत्या, रेप व गैंग-रेप के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं अपहरण व डकैती के मामले बढ़े हैं। डबवाली से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल के सवाल पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जवाब दिया।
आदित्य देवीलाल ने टॉस्क फोर्स की भूमिका पर भी सवाल उठाने की कोशिश की लेकिन स्पीकर ने उन्हें इस मुद्दे पर बोलने का मौका नहीं दिया। टॉस्क फोर्स पर सवाल उठे तो सीएम ने कहा कि टॉस्क फोर्स ने पिछले साल 1957 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें 542 इनामी मोस्ट वांटेड और 256 गैंगस्टर भी शामिल हैं। सीएम ने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की पहली प्राथमिकता है। सरकार काफी गंभीर है और पूरी सख्ती से अपराधियों से निपटा जा रहा है।
प्रदेश में 2019 से दिसंबर-2024 तक हत्या के कुल 6 हजार 338 केस दर्ज हुए। इनमें से 6 हजार 36 मामलों को सुलझाने में पुलिस कामयाब रही। सुलझाने का प्रतिशत 95.23 प्रतिशत रहा। इतना ही नहीं, इन मामलों में 12 हजार 966 लोगों को गिरफ्तार किया और 4 हजार 35 मामलों में पुलिस ने अदालतों में चार्जशीट दाखिल की। पिछले वर्षों की तुलना में 2024 में मर्डर के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। 2023 में 1 हजार 61 और पिछले साल 966 मर्डर के केस सामने आए। हालांकि सुलझाने का प्रतिशत 2023 के 95.48 प्रतिशत के मुकाबले गिरकर 77.32 प्रतिशत आ गया।
इसी तरह से रेप के मामलों में भी पिछले साल गिरावट दर्ज की गई। 2024 में रेप के 1388 मामले सामने आ। इससे पहले यानी 2023 में इनकी संख्या 1 हजार 811 थी। जांच प्रतिशत 2023 के 97.57 प्रतिशत के मुकाबले पिछले साल गिरकर 90.04 प्रतिशत रह गया। पांच वर्षों में रेप के 10 हजार 262 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 9 हजार 894 मामलों को पुलिस ने सुलझाया है। पुलिस ने 6 हजार 861 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 5 हजार 304 मामलों में चार्जशीट दाखिल हुई है।
गैंगरेप के मामलों में गिरावट
हरियाणा में 2024 में गैंगरेप के कुल 113 मामले दर्ज हुए। 2023 और इससे पहले के वर्षों के मुकाबले इनमें गिरावट दर्ज की गई। 2023 में गैंगरेप के 141, 2022 में 182, 2021 में 196, 2020 में 186 तथा 2019 में 196 मामले दर्ज हुए। पांच वर्षों में गैंग-रेप के कुल 1 हजार 14 केस दर्ज हुए। पुलिस 971 मामलों को सुलझाने में सफल रही। सुलझाने का प्रतिशत 97.75 प्रतिशत रहा। पुलिस ने 1 हजार 75 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 394 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई।
अपहरण व डकैती के केस बढ़े
प्रदेश में 2024 में पिछले वर्षों के मुकाबले अपहरण व डकैती के मामलों में इजाफा हुआ है। 2019 में अपहरण के 3 हजार 665, 2020 में 3 हजार 13, 2021 में 3 हजार 683, 2022 में 3 हजार 879, 2023 में 4 हजार 133 तथा 2024 में बढ़कर 4 हजार 621 हो गए। िपछले साल डकैती के कुल 489 केस दर्ज हुए। हालांकि 2019 में डकैती के 517 केस सामने आए थे लेकिन इसके बाद इसमें गिरावट हुई और 2024 में यह आंकड़ा फिर बढ़ गया। 2020 में 466, 2021 में 471, 2022 में 349 तथा 2023 में 302 मामले डकैती के दर्ज हुए।
महिलाओं विरद्ध अपराध घटा
राहत की बता बात यह है कि महिलाओं और अनुसूचित जाति के विरुद्ध क्राइम के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। पिछले पांच वर्षों में महिलाओं के विरुद्ध अपराध के कुल 68 हजार 30 मामले सामने आए। वहीं अनुसूचित जाति के विरुद्ध के मामलों का अंाकड़ा 7 हजार 779 रहा। पिछले साल महिलाओं के विरुद्ध अपराध के 9 हजार 488 तथा अनुसूचित जाति के विरुद्ध क्राइम के 1 हजार 49 नये मामले दर्ज हुए। पिछले वर्षों के मुकाबले दोनों ही तरह के क्राइम में गिरावट दर्ज हुई है।