Coronavirus : फिर डराने लगा कोरोना... बढ़ते कोविड मामलों के बीच डॉक्टरों ने खोला राज, कितनी गंभीर है स्थिति?
चंडीगढ़, 27 मई (ट्रिन्यू)
Coronavirus : हाल के हफ्तों में देश के कई हिस्सों में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय और विभिन्न राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं। सवाल उठता है कि जब वैक्सीनेशन हो चुका है और संक्रमण पहले की तुलना में कम घातक माना जा रहा है, तब फिर केस क्यों बढ़ रहे हैं? क्या ये एक नई लहर की शुरुआत है? और आने वाले समय में महामारी का कितना खतरा है? विशेषज्ञों की राय से समझते हैं इस स्थिति को।
केस बढ़ने की मुख्य वजहें
वायरस के नए वैरिएंट्स का उभरना
कोरोना वायरस बार-बार म्यूटेट हो रहा है। हाल में सामने आए वैरिएंट्स जैसे KP.2 और FLiRT ग्रुप के वैरिएंट्स अधिक संक्रामक माने जा रहे हैं। ये पुराने वैरिएंट्स की तुलना में जल्दी फैलते हैं, हालांकि इनसे गंभीर बीमारी की संभावना कम बताई जा रही है।
मास्क और सावधानी में लापरवाही
कोरोना केस घटने के बाद से लोगों ने मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन लगभग बंद कर दिया है। शादी-ब्याह, त्योहार, भीड़भाड़ वाले इवेंट्स में बिना किसी रोकटोक के लोग जुट रहे हैं, जिससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
इम्युनिटी में गिरावट
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन की प्रभावशीलता समय के साथ कम हो जाती है। कई लोगों को बूस्टर डोज नहीं मिला या उन्होंने लगवाया ही नहीं। ऐसे में इम्युनिटी में गिरावट आने से दोबारा संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
मौसमी बदलाव
गर्मी और बरसात के बीच का संक्रमण काल वायरस के फैलाव के लिए अनुकूल होता है। इस मौसम में वायरल बीमारियां आम होती हैं और इससे कोरोना का भी प्रसार बढ़ता है।
क्या फिर से महामारी जैसी स्थिति बन सकती है?
डॉक्टरों और महामारी विशेषज्ञों का मानना है कि अभी की स्थिति को महामारी की नई लहर नहीं कहा जा सकता लेकिन लापरवाही से यह गंभीर रूप ले सकती है। एक्सपर्ट का मानना है कि अभी जो केस आ रहे हैं, उनमें अधिकांश मरीजों में हल्के लक्षण हैं - जैसे हल्का बुखार, गले में खराश, खांसी या शरीर में दर्द। अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम है लेकिन बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह खतरनाक हो सकता है।
कोरोना वायरस से कैसे रखें बचाव?
सतर्कता जरूरी
सरकार द्वारा जारी किए गए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अभी भी जरूरी है। मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़ से बचना पुरानी बातें जरूर हैं, लेकिन आज भी प्रभावी हैं।
बूस्टर डोज लगवाएं
अगर आपने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है, तो तुरंत लगवाएं, खासकर अगर आप बुजुर्ग हैं या किसी बीमारी से ग्रसित हैं।
लक्षण दिखें तो टेस्ट कराएं
अगर किसी को बुखार, सर्दी-जुकाम या गले में दर्द हो, तो खुद को आइसोलेट करें और आरटी-पीसीआर टेस्ट जरूर करवाएं।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
कोरोना वायरस पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। समय-समय पर इसके केस बढ़ते रहेंगे, खासकर जब सावधानी कम हो जाती है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए संतुलित आहार, योग, व्यायाम और नींद को प्राथमिकता दें।
अगर थोड़ी सतर्कता बरती जाए तो कोरोना महामारी को दोबारा सिर उठाने से रोका जा सकता है इसलिए डरें नहीं लेकिन सचेत जरूर रहें।