नयी दिल्ली, 11 नवंबर (एजेंसी)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है और इस महामारी के पूरी तरह खत्म होने से पहले सुरक्षा उपायों को कम नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्यों से टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और 12 करोड़ से अधिक उन लाभार्थियों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया, जिन्हें टीके की दूसरी खुराक लेनी है। उन्होंने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि सभी वयस्कों को ‘हर घर दस्तक’ अभियान के दौरान कोविड टीके की पहली खुराक मिले। मांडविया ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ डिजिटल बातचीत के दौरान कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि कोविड खत्म हो गया है। विश्व स्तर पर मामले बढ़ रहे हैं। सिंगापुर, ब्रिटेन, रूस और चीन में 80 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण के बावजूद मामले फिर से बढ़ रहे हैं। टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार को साथ-साथ चलना चाहिए।
बैठक में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की भी समीक्षा की गई।
13091 नये मरीज, 340 की मौत
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 13,091 नये मामले सामने आये। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,38,556 रह गयी, जो 266 दिन में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार सुबह आठ जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 340 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,62,189 हो गयी। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1127 की कमी दर्ज की गयी। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.25 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 1.10 प्रतिशत है। देश में कोरोना के कुल 3,44,01,670 मामले आ चुके हैं। अभी तक कुल 3,38,00,925 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत कोरोना रोधी टीकों की 110.23 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।
विदेश से आने वाले बच्चों को कोविड जांच से छूट
विदेश से आने वालों के लिए बृहस्पतिवार को जारी संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है कि भारत में 5 साल से कम उम्र के बच्चों को आगमन-पूर्व या आगमन-बाद कोविड-19 जांच से छूट होगी। हालांकि, आगमन पर या घर पर पृथकवास की अवधि के दौरान कोरोना संक्रमण के लक्षण पाये जाने पर उन्हे जांच करानी होगी और निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उनका इलाज होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) 12 नवंबर की मध्य रात्रि से अगले आदेश तक वैध रहेगी।