मुंबई, 2 जुलाई (एजेंसी)
शिवसेना विधायक राजन साल्वी ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवार के रूप में शनिवार को अपना नामांकन दाखिल किया। इस पद के लिए चुनाव 3 जुलाई को होगा। पहली बार विधायक बने भाजपा के नेता राहुल नार्वेकर ने इस पद के लिए शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था। विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र 3 और 4 जुलाई को होगा। नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 4 जुलाई को सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि साल्वी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार हैं। जब साल्वी ने नामांकन पत्र दाखिल किया, उस समय जयंत पाटिल, धनंजय मुंडे (राकांपा), अशोक चव्हाण (कांग्रेस) और सुनील प्रभु (शिवसेना) समेत कई नेता उनके साथ मौजूद थे। कांग्रेस के नाना पटोले ने पिछले साल फरवरी में इस पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से यह पद रिक्त है।
फडणवीस पर तंज : ढाई साल पहले क्यों नहीं दिखाया बड़ा दिल
शिवसेना ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेना राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के नाटक की ‘हैरतअंगेज पराकाष्ठा’ है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में भाजपा से सवाल किया कि उसने 2019 में बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनने के समझौते का सम्मान करके ‘बड़ा दिल’ क्यों नहीं दिखाया। इसमें कहा गया है, ‘महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के उद्देश्य से एक नाटक रचा गया, लेकिन यह अब भी अस्पष्ट है कि अभी कितने और प्रकरण सामने आने हैं। इस पूरे नाटक के पीछे की ‘महाशक्ति’ का पर्दाफाश हो गया। सत्ता हासिल करना इस पूरे खेल का उद्देश्य था, जो सूरत, गुवाहाटी, उच्चतम न्यायालय, गोवा, राजभवन और अंतत: मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में रचा गया। जिसके बारे में सभी को लग रहा था कि वह मुख्यमंत्री (फडणवीस) बनेगा, वह उपमुख्यमंत्री बन गया। उन्होंने पार्टी के आदेश पर यह पद स्वीकार कर लिया, लेकिन अब बचाव में कहा जा रहा है कि फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया।… अगर भाजपा ने ढाई साल पहले किए वादे को बरकरार रखते हुए बड़ा दिल दिखाया होता तो, उसे अब जो हुआ उसका बचाव करने की जरूरत नहीं पड़ती।’
शिवसेना से मुंबई छीनने की साजिश : राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने बाल ठाकरे की शिवसेना से मुंबई छीनने के लिए एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया है। राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘उद्धव ठाकरे ने कल स्पष्ट किया कि शिंदे शिवसेना से नहीं हैं। अब यह स्पष्ट हो गया है कि शिंदे का इस्तेमाल मुंबई में शिवसेना को हराने के लिए किया गया है, जहां इस साल के अंत में निकाय चुनाव होंगे।’ राउत ने आगे कहा कि कांग्रेस कई बार विभाजित हुई, लेकिन इंदिरा गांधी की कांग्रेस अब भी जिंदा है। इसी तरह, शिवसेना वहीं है, जहां ठाकरे हैं।