नयी दिल्ली, 26 मार्च (एजेंसी) सरकार शिक्षा, रोजगार, खेलकूद और आधिकारिक या व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं में शामिल होने के लिए विदेश यात्रा करने के इच्छुक लोगों को जल्द ही कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक दिए जाने की अनुमति दे सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि क्या विदेश जाने वाले यात्रियों को निजी टीकाकरण केंद्रों पर बूस्टर खुराक लेनी चाहिए और इसके लिए भुगतान करना चाहिए। वर्तमान में, देश में स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक दी जा रही है। मामले से अवगत सूत्रों ने बताया कि रविवार से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से बहाल होने के साथ विदेश मंत्रालय ने हाल में कुछ देशों द्वारा तीसरे या बूस्टर खुराक की आवश्यकता के मद्देनजर लागू किए जा रहे यात्रा प्रतिबंधों और यह कैसे भारतीय यात्रियों की आवश्यक यात्रा को प्रभावित कर रहा है, इसे रेखांकित किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को रोजगार के अवसरों, शैक्षिक उद्देश्यों या आधिकारिक, व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं में शामिल होने के इच्छुक लोगों के लिए एहतियाती खुराक लेने की अनुमति को लेकर आवेदन प्राप्त हुए हैं। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘इन तथ्यों के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय उन लोगों के लिए कोविड टीके की बूस्टर या एहतियाती खुराक की अनुमति देने पर विचार कर रहा है, जो नौकरियों, विदेशी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश, खेल टूर्नामेंट में भाग लेने, द्विपक्षीय, बहुपक्षीय बैठकों में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के रूप में या व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं में भाग लेने के लिए विदेश जाना चाहते हैं।’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किया गया है। मौजूदा निर्देशों के तहत दूसरी खुराक दिए जाने की तारीख से नौ महीने के बाद खुराक दी जाती है।