Congress: राहुल गांधी ने जिला अध्यक्षों को दिया बड़ा टॉस्क, सबसे पहले खोलने होंगे कार्यालय
Rahul Gandhi's strategy: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘संगठन सृजन’ कार्यक्रम से निकले हरियाणा और मध्य प्रदेश के सभी 113 जिला अध्यक्षों को बढ़िया डॉज दी है। उन्हें कायदे से यह समझा और बता दिया है कि वे किसी नेता या व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, बल्कि कांग्रेस के लिए काम करेंगे। खुद को ‘टीम राहुल’ मानते हुए फील्ड में मोर्चा संभालना है। नई दिल्ली में एक दिन के ओरिएंटशन प्रोग्राम में उन्हें एक महीने का टॉस्क भी दे दिया है।
हालांकि दोनों ही राज्यों के जिला अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ अपने रिश्ते मधुर रखेंगे लेकिन काम उन्हें पार्टी के लिए ही करना होगा। जिला कार्यकारिणी के गठन के साथ-साथ बूथ स्तर से लेकर ब्लाक प्रधानों तक की नियुक्ति के अधिकार उन्हें दिए हैं। पहले चरण में यानी अगले एक महीने में उन्हें ब्लाक प्रधान और बीएलए (बूथ लेवल एजेंट्स) की लिस्ट बनाने को कहा है। साथ ही, सभी को कहा है कि वे अगले दस दिनों के अंदर अपना कार्यालय ओपन करें, जो पूरी तरह से एक्टिव रहे।
बैठक में खड़गे वे राहुल गांधी के अलावा राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद, मध्य प्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी, हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान, एमपी के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघर, हरियाणा के सह-प्रभारी प्रफुल्ल गुडाधे व जितेंद्र बघेल भी मौजूद रहे। राहुल गांधी ने जिला अध्यक्षों से कहा कि वे बिचौलियों का रास्ता छोड़ें और सीधे पार्टी के साथ जुड़ें।
चयन समिति में भी बैठेंगे
जिला अध्यक्षों को पावरफुल बनाते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि लोकसभा व विधानसभा चुनावों के टिकट आवंटन में उनकी अहम भूमिका रहेगी। इसी तरह से शहरी स्थानीय निकायों के प्रत्याशियों के चयन में भी वे अहम रोल अदा करेंगे। उन्हें समझा दिया गया है कि सेंट्रल इलेक्टशन कमेटी की मीटिंग में टिकट पर चर्चा के दौरान संबंधित जिले के प्रधान को भी बुलाया जाएगा। उनकी पसंद-नापसंद का भी पार्टी पूरा ख्याल रखेगी।
सोशल मीडिया पर हों एक्टिव
जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि वे स्थानीय स्तर पर फेसबुक पेज बनाएं। यूट्यूब, इंस्टाग्राम, एक्स सहित सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक्टिविटी बढ़ाएं। अपने कार्यक्रमों को सोशल मीडिया पर अपडेट करना होगा। इस काम में वे एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के साथियों का सहयोग ले सकेंगे। पंद्रह दिन में उन्हें फ्रंटल आर्गेनाइजेशन – सेवादल, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, राजीव गांधी पंचायती राज, एससी व बीसी विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक करें।
ब्लाक प्रधान भी बनेंगे
भाजपा की तरह संगठन को बूथ स्तर पर लेकर जाने का निर्णय कांग्रेस ने लिया है। हर बूथ पर पांच बीएलए होंगे। इनमें एक महिला, एससी-बीसी और एक यूथ को लेना अनिवार्य है। यह जातिगत फार्मूला जिला कार्यकारिणी व ब्लाक प्रधान में भी लागू करना होगा। ब्लाक प्रधानों व बीएलए की लिस्ट भी उनकी मांगी है। बूथ पर पांच बीएलए होंगे। पंद्रह-बीस बूथ को मिलाकर सेक्टर बनेगा। इसी तरह 12 से 15 सेक्टर पर एक मंडल बनेगा। चार के लगभग मंडल को मिलाकर ब्लाक बनेगा।
स्थानीय मुद्दों पर पैदल मार्च
खड़गे व राहुल गांधी ने जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि वे स्थानीय मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरें। उन्हें महीने में कम से कम एक बार स्थानीय व जनहित के मुद्दों पर पैदल मार्च करने को कहा है। हर माह कम से कम एक प्रेस कांफ्रेंस भी करनी होगी। जरूरत पड़ने पर जिला अध्यक्ष किसी भी बड़े स्थानीय मुद्दे पर मीडिया से बात कर सकेंगे। इसी तरह से पार्टी ने अपने प्रवक्ताओं को भी भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए निर्देश दे दिए हैं।
कनेक्ट सेेंटर से जुड़े जिला अध्यक्ष
कांग्रेस ने जिला अध्यक्षों को सीधे ‘कनेक्ट सेंटर’ से जोड़ दिया है। यह सेंटर ‘टीम राहुल’ द्वारा चलाया जा रहा है। हरियाणा में जिला अध्यक्षों से संपर्क व फीडबैक के लिए रॉकी तुसीढ़ की ड्यूटी लगाई है। रॉकी के साथ जिलाध्यक्ष हर गतिविधि को लेकर चर्चा कर सकेंगे। साथ ही, उन्हें ‘आरजे’ यानी राहुल गांधी के नाम से बने व्हट्सएप ग्रुप से भी जोड़ा है। इस ग्रुप में वे हर जानकारी शेयर कर सकेंगे। कनेक्टर सेंटर की हर रिपोर्ट सीधे राहुल गांधी तक जाएगी। जिला अध्यक्षों को नेतृत्व की ओर से मेम्बरशिप शुरू करने और पुरानी लिस्ट को अपडेट करने के निर्देश भी दिए हैं।