कांग्रेस MP शशि थरूर की कूटनीति लाई रंग, कोलंबिया ने पाकिस्तान प्रेम पर लिया यू-टर्न
बोगोटा, 31 मई (एजेंसी)
Shashi Tharoor: आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति और पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर बेनकाब करने की रणनीति को एक अहम सफलता मिली है। अमेरिकी महाद्वीप के दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर की कूटनीतिक सक्रियता के चलते कोलंबिया को पाकिस्तान के समर्थन वाले अपने बयान से पीछे हटना पड़ा है।
दरअसल, कुछ दिन पहले कोलंबिया सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान में हुए जानमाल के नुकसान पर सहानुभूति जताई थी। इस पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बोगोटा में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शशि थरूर ने स्पष्ट कहा कि भारत को कोलंबिया के रुख से गहरी निराशा हुई है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों कोलंबिया ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के भारतीय पीड़ितों के लिए कोई संवेदना नहीं जताई।
थरूर की इस तीखी प्रतिक्रिया और भारत के सख्त रुख के बाद कोलंबिया सरकार ने अपने बयान को वापस ले लिया और कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ है।
भारतीय सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधमंडल 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई के प्रति भारत के रुख से अवगत कराने के लिए विभिन्न देशों की यात्रा कर रहा है। थरूर, सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान के समर्थन और आतंकवाद के प्रति भारत के कतई बर्दाश्त नहीं करने के दृष्टिकोण से अवगत कराने के लिए कोलंबिया की यात्रा पर गए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
बृहस्पतिवार को कोलंबिया की राजधानी में एक प्रेस वार्ता में थरूर ने आतंकवाद पर भारत के रुख पर विस्तार से प्रकाश डाला, ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में बात की और पहलगाम आतंकवादी हमले पर कोलंबिया की प्रतिक्रिया पर निराशा जताई। प्रतिनिधिमंडल में शामिल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, ‘‘थरूर ने आतंकवाद पर भारत के रुख को दोहराया और कोलंबिया की प्रतिक्रिया पर निराशा व्यक्त की, जिसने भारत में आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के बजाय पाकिस्तान में हुई जानमाल की हानि पर संवेदना व्यक्त की है।''
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमला करने वालों और बचाव करने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती।'' सूर्या ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आतंकवाद का कड़ा जवाब देना जारी रखेगा। यह प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को कोलंबिया पहुंचने से पहले गुयाना और पनामा की यात्रा कर चुका है। प्रतिनिधिमंडल में भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना), शांभवी (लोजपा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व राष्ट्रपति सीजर गाविरिया से बोगोटा स्थित उनके आवास पर मुलाकात की।
गाविरिया कोलंबिया की एसेंबली में सबसे बड़ी पार्टी लिबरल पार्टी के प्रमुख हैं। थरूर ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उन्होंने (गाविरिया) आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का दृढ़ता से समर्थन किया और सार्वजनिक रूप से भी यह बात कही थी।'' बोगोटा में अपने प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडल कोलंबिया की कांग्रेस के सदस्यों, मंत्रियों और थिंक टैंक तथा मीडिया में अन्य प्रमुख वार्ताकारों के साथ बातचीत करेगा। कोलंबिया से प्रतिनिधिमंडल ब्राजील जाएगा। यह पांच देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में अमेरिका जाएगा।