जोधपुर/जयपुर, 3 मई (एजेंसी)
राजस्थान के जोधपुर शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। अफवाहें फैलने से रोकने के लिए इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गयीं। पुलिस ने उपद्रव की घटनाओं के संबंध में 97 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की। मुख्यमंत्री ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
मिली जानकारी के अनुसार विवाद की शुरुआत सोमवार आधी रात के बाद हुई जब अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ सदस्य ईद के मौके पर जालोरी गेट के पास एक चौराहे पर धार्मिक झंडे लगा रहे थे। लोगों ने चौराहे में स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर झंडा लगाया, जिसका हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां परशुराम जयंती पर लगाए गए भगवा ध्वज को हटाकर इस्लामी ध्वज लगा दिया गया। इसको लेकर झड़प हो गई। पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने बताया कि हालात काबू में कर लिए गए थे, लेकिन मंगलवार सुबह जालोरी गेट के पास ईद की नमाज के बाद कुछ लोगों ने वहां खड़े वाहनों पर पथराव किया। इसके बाद 10 थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया। गहलोत ने राजधानी जयपुर में उच्च स्तरीय बैठक के बाद हालात पर निगरानी के लिए गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव सहित आला अधिकारियों को तत्काल जोधपुर भेजा।