नयी दिल्ली, 3 नवंबर (एजेंसी) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि उपचुनावों के नतीजों से साफ है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस में मुकाबला आज भी बराबरी का है और अब देखते हैं कि 2022 में क्या होता है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘विधानसभा उपचुनावों के परिणामों का एक विश्लेषण ये है। भाजपा ने सात सीट जीतीं और उसके घोषित सहयोगियों ने आठ सीट जीतीं। कांग्रेस ने आठ सीट जीतीं। गैर-भाजपा पार्टियों ने सात सीट जीतीं, जिनमें से केवल एक सीट भाजपा के एक आभासी सहयोगी, वाईएसआर कांग्रेस ने जीती और अन्य छह सीटों पर भाजपा के विरोध में खड़ी पार्टियों ने जीत हासिल की।’ चिदंबरम ने कहा, ‘बराबरी का मुकाबला आज भी हैं। 2022 में हवा किस तरफ बहेगी?’ कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में जीत हासिल की है। इसके साथ ही उसे हिमाचल प्रदेश की तीन, राजस्थान की दो, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक की एक-एक विधानसभा सीट पर भी जीत मिली है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।