श्रीनगर, 16 दिसंबर (एजेंसी) उत्तर कश्मीर में शीत लहर का प्रकोप बढ़ने के साथ ही गुलमर्ग रिजॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। हालांकि, घाटी के दक्षिण और मध्य क्षेत्र में लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि श्रीनगर में बुधवार और बृहस्पतिवार की दरमियानी रात तापमान शून्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि बीती रात यहां तापतान शून्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा था। वहीं, उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के गुलमर्ग रिजॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे कम तापतान है। बीती रात यहां तापमान शून्य से नीचे 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पहलगाम में तापमान शून्य से 6.9 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में तापमान शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे और कोकरनाग में भी तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों ने क्रिसमस के आसपास क्षेत्र को प्रभावित करने वाले प्रबल पश्चिमी विक्षोभ की आशंका के साथ ही सप्ताहांत में रात को और ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।