छतरपुर, 12 जुलाई (एजेंसी)
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ‘घटिया एवं ठंडी’ चाय पिलाने पर एक कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया और तीन दिन के भीतर जवाब मांगा। यह नोटिस छतरपुर जिले के एसडीएम डीपी द्विवेदी ने राजनगर के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी राकेश कन्हुआ को 11 जुलाई को जारी किया। द्विवेदी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि भी की है। हालांकि, भारी किरकिरी के बाद नोटिस को निरस्त कर दिया गया।
कन्हुआ को जारी नोटिस में कहा गया है, ‘मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के 11 जुलाई को खजुराहो हवाईअड्डे पर ट्रांजिट विजिट के दौरान मैन्यु के अनुसार चाय-नाश्ता व्यवस्था हेतु आपको (राकेश को) दायित्व सौंपा गया था। लेकिन, सूचना प्राप्त हुई है कि मुख्यमंत्री को उपलब्ध कराई गई चाय का स्तर सही नहीं था एवं ठंडी थी।’ नोटिस में कहा गया है, ‘कारण स्पष्ट करें कि क्यों न आपके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। आपका जवाब तीन दिन के भीतर प्रस्तुत नहीं होने की स्थिति में एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।’ वहीं, नोटिस जारी होने के एक दिन बाद मंगलवार को छतरपुर जिलाधिकारी संदीप जी आर ने इस कारण बताओ नोटिस को निरस्त कर दिया है। उन्होंने राजनगर अनुविभागीय अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है, ‘… आपको स्पष्ट किया जाता है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा इस विषय में कोई टिप्पणी नहीं की गई है। अत: कारण बताओ नोटिस को निरस्त करना सुनिश्चित करें।’ जिलाधिकारी का पत्र मिलने के बाद द्विवेदी ने बताया, ‘मैं पहले ही नोटिस निरस्त कर चुका हूं।’
मामाजी, चायवाले से इतनी नफरत क्यों : कांग्रेस
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कारण बताओ नोटिस की प्रति साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘मामाजी (मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश की जनता में मामाजी के नाम से जाने जाते हैं) चाय वाले से इतनी नफरत क्यों? नफरत किससे? निपट कौन रहा है…।’ इसके बाद सलूजा ने जिलाधिकारी द्वारा इस नोटिस को निरस्त करने के दिए निर्देश की प्रति को साझा करते हुए लिखा, ‘भारी किरकिरी व कांग्रेस के विरोध के बाद छतरपुर के राजनगर में मामाजी को ठंडी चाय परोसने को लेकर एसडीएम द्वारा फूड इंस्पेक्टर (आपूर्ति अधिकारी) को दिया गया नोटिस जिलाधिकारी से किया निरस्त…।’