CM योगी अयोध्या की निषाद, मलिन बस्तियों में दीपावली मनाएंगे; गोरखपुर में वनटांगिया गांव भी जाएंगे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में आयोजित नौवें दीपोत्सव पर निषाद और मलिन बस्ती के परिवारों के बीच जाकर उनके साथ दीपावली का पर्व मनाएंगे। मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम इस संदेश के साथ आयोजित किया जा रहा है कि प्रभु श्रीराम की नगरी में किसी भी घर का दीपक बुझा न रहे।
दीपोत्सव के दिन मुख्यमंत्री पहले हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचकर हनुमान जी का दर्शन-पूजन करेंगे, और फिर रामलला के दरबार में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। इस अवसर पर वह भगवान श्रीराम से प्रदेश की समृद्धि, शांति और लोकमंगल की कामना करेंगे। इसके पश्चात वह अयोध्या के प्रमुख संतों और मठ-महंतों से भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
रामलला के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री वार्ड संख्या-एक के अभिरामदास नगर (निषाद बस्ती) जाएंगे, जहां वह स्थानीय परिवारों के साथ दीपावली का पर्व मनाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री सामुदायिक रूप से फलाहार करेंगे और लगभग 400 लोगों के साथ दीप प्रज्वलित कर सामूहिक उत्सव में शामिल होंगे। वह निषाद परिवारों के घर जाकर दीप जलाएंगे, बच्चों को मिठाइयां और ट्रॉफियां वितरित करेंगे तथा कुछ वरिष्ठ नागरिकों से संवाद कर दीपोत्सव की शुभकामनाएं देंगे।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री वार्ड देवकली की मलिन बस्ती पहुंचेंगे, जहां वह बच्चों का उत्साहवर्धन करेंगे और उनके साथ दीप जलाकर दीपावली की खुशियां साझा करेंगे। अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि मुख्यमंत्री के इस विशेष कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बस्तियों में सुरक्षा, स्वच्छता, रोशनी और सजावट के विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं ताकि स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। नगर निगम, विद्युत विभाग और सफाईकर्मी लगातार सक्रिय हैं।
जहां-जहां मुख्यमंत्री का भ्रमण प्रस्तावित है, वहां सड़क मरम्मत, दीप सजावट और सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी 20 अक्टूबर (सोमवार) को गोरखपुर जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर, कुसम्ही जंगल के बीच स्थित वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नम्बर-तीन में दीपोत्सव मनाने पहुंचेंगे। यहां हर वर्ष की तरह इस बार भी वनटांगिया समुदाय अपने ‘योगी बाबा' के स्वागत में हर घर दीप प्रज्वलित करेगा। गांव में लोग अपने-अपने घरों की सफाई, रंग-रोगन और सजावट में जुटे हैं।