सीएम सैनी ने दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना में दी ‘निवास’ रियायत
हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने ऐसा कदम उठाया है, जिसने हजारों महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। ‘दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ के तहत अब उन बहुओं को भी लाभ मिलेगा, जिनका ससुराल हरियाणा में है, लेकिन मायका किसी दूसरे राज्य में। मुख्यमंत्री सैनी ने इन महिलाओं की सहूलियत के लिए ‘निवास संबंधी दस्तावेजों’ में विशेष रियायत दी है। यह फैसला ‘पारो वॉइस’ संगठन की उन महिलाओं के संघर्ष और संवाद का नतीजा है, जिन्होंने रक्षाबंधन के मौके पर मुख्यमंत्री को ‘भाई’ मानते हुए राखी भेजी थी और पत्र लिखकर अपनी परेशानियां साझा की थी।
संगठन की प्रवक्ता व यमुनानगर निवासी अंजुम बानो अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहती हैं– ‘हम सबकी आवाज आखिरकार सुनी गई। मुख्यमंत्री जी ने न केवल हमारी भावनाओं को समझा, बल्कि हमारी स्थिति को भी पहचाना। अब हमें सरकारी योजनाओं में ‘बाहरी’ कहकर नहीं रोका जाएगा। यह हमारे लिए गर्व और सम्मान की बात है।’ संगठन की अध्यक्ष जींद की रहने वालीं उर्मिला बताती हैं– ‘पारो वॉइस का मकसद है कि अन्य राज्यों से हरियाणा में ब्याही गई महिलाओं को समान अधिकार, सम्मान और सुरक्षा मिले। मुख्यमंत्री जी ने हमारे संघर्ष को पहचान कर इस दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है।’
आवाज उन बहनों की, जिन्हें अक्सर ‘बाहरी’ कहा गया
‘पारो वॉइस’ संगठन उन महिलाओं का समूह है, जिनका ससुराल हरियाणा में है, लेकिन मायका पंजाब, यूपी, बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में है। ये महिलाएं कई बार योजनाओं और प्रशासनिक प्रक्रियाओं से केवल इसलिए बाहर रह जाती थीं, क्योंकि उनके पास हरियाणा का ‘स्थायी निवास प्रमाण पत्र’ नहीं होता था। अब सरकार के इस फैसले से वे ‘निवास संबंधी रियायत’ के तहत सीधे योजना का हिस्सा बन सकेंगी।