मंडी में बादल फटा, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गयी। इसके कारण तीन लोगों की मौत हो गई, 20 से अधिक वाहन मलबे में दब गए और कई घरों में पानी भर गया। अधिकारियों ने बताया, यहां के जेलरोड, पैलेस कालोनी, मट, सैण मुहल्ला, मंडी-सुंदरनगर रोड पर ठंडी बावड़ी के पास मलबा गिरने से भारी तबाही हुई। जेल के पास भारी मलबा आने से सड़क और पार्किंग में खड़ी गाड़ियां दब गई। पूरे प्रदेश में एक राष्ट्रीय राजमार्ग और 357 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं। मौसम विभाग ने 30 जुलाई को राज्य के चार जिलों कुल्लू, मंडी, चंबा और कांगड़ा में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा विभाग ने ऊना, हमीरपुर, शिमला और सिरमौर जिलों में भी भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार प्रदेश में अगले एक सप्ताह तक भारी वर्षा का दौर जारी रहने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में मानसून से जुड़ी घटनाओं में अभी तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 अभी भी लापता हैं।
मरने वालों में जेल रोड वार्ड की पूर्व पाषर्द कृष्णा के छोटे बेटे बलविर सिंह और पोते अमनदीप सिंह शामिल हैं। जबकि पहले से लापता उनकी बहू सपना का शव भी बरामद हो गया। जल जनित इस हादसे में उनके बड़े बेटे दर्शन सिंह की टांग टूट गई। कई घरों में मलबा घुस जाने से 15 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मंडी-सुंदरनगर रोड पर ठंडी बावड़ी के नजदीक निरंकारी भवन के आगे सड़क के नीचे एक मकान पर मलबा और गाड़ी गिर गई। इससे सड़क बंद हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व मंत्री एवं विधायक अनिल शर्मा, उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन, नगर निगम के महापौर विरेंद्र भट्ट, पार्षद राजा, सुमन ठाकुर, कमिशनर रोहित राठौर, एडीएम डाॅ. मदन कुमार ने राहत कार्यों का जायजा लिया। इस बीच, प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बादल फटने के कारण तीन लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार व मंडी जिला प्रशासन से प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद देने का आग्रह किया है।
कांगड़ा में भूस्खलन से दो की मौत, 60 सड़कें अवरुद्ध
दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण कांगड़ा ज़िले में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ, जिससे सड़क संपर्क बाधित हुआ और पिछले 24 घंटों में दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 60 सड़कें अवरुद्ध हो गयीं। कांगड़ा शहर में सुबह की सैर के दौरान मनुनी खड्ड में फिसलकर 52 वर्षीय महिला पिंकी देवी की मौत हो गई। एक अलग घटना में, इंदौरा तहसील के राजना गांव निवासी विपिन कुमार (45) की सांप के काटने से मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार मानसून सीज़न में अब तक 24 मौतें हो गयीं।
दिल्ली : एलजी आवास के पास दीवार ढहने से मां-बेटे की मौत
दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में उपराज्यपाल (एलजी) आवास के पास मंगलवार को बारिश के कारण एक इमारत की दीवार ढहने से 40 वर्षीय महिला और उसके बेटे की मौत हो गई तथा दो अन्य लोग घायल हो गए। दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान मीरा और उनके 17 वर्षीय बेटे गणपत के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि मीरा का दूसरा बेटा दशरथ (19) और नन्हे (35) नाम का एक व्यक्ति इस दुर्घटना में घायल हो गया। उधर, दिल्ली में जगह-जगह जल जमाव पर आप नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है। -एएनआई