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सफाई के नाम पर 10 करोड़ का घोटाला, एक्सईन व एसडीओ सहित सात गिरफ्तार

Cleaning Scam In Kaithal: घोटाले में एसीबी की 10 टीमें कर रही थी मामले की जांच
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कैथल विजिलेंस टीम द्वारा पकड़े गए आरोपी। हप्र
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ललित शर्मा/हप्र, कैथल, 28 मई

Cleaning Scam In Kaithal: कैथल जिला परिषद में आई ग्रांट के तहत सफाई के नाम पर करीब 10 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जिला परिषद के एक्सईन और एसडीओ सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पिछले 3 साल से एंटी करप्शन ब्यूरो की 10 टीमें मामले की जांच कर रही थी।

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हिरासत में लिए गए अधिकारियों व ठेकेदारों से एसीबी की टीम पूछताछ कर रही है। इस बारे में वर्ष 2021 में कैथल से विधायक लीलाराम द्वारा शिकायत दी गई थी। वर्ष 2021 में घोटाले के समय कैथल में एसडीओ रहे रोहतक के पंचायती राज के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह जो कि इस समय पिहोवा में, कुलवंत अकाउंटेंट जो कि इस समय नारनौल में हैं।

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इसी मामले में पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरीदाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू व पुंडरी निवासी अनिल व राजेश ठेकेदार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने हिरासत में लिया है। एसीबी के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि इन सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ के बाद कल अदालत में पेश किया जाएगा।

गांव के स्वच्छता अभियान में हुआ 11 करोड़ का घोटाला

2021 में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर इस साल जिला परिषद में 31 करोड़ 64 लाख रुपये की राशि आई थी। इसमें से करीब 11 करोड़ की राशि गांव में स्वच्छता अभियान पर खर्च होनी थी। यह राशि कागजों में तो खर्च हुई दिखाई गई, लेकिन गांव में सफाई नहीं हुई और फर्जी बिल तैयार कर आठ फर्मों को राशि जारी कर दी गई। इनमें से भी दो फर्मों को राशि ज्यादा दी गई।

सफाई के नाम पर हुए करोड़ों रुपये के गोलमाल को लेकर जिला परिषद वार्ड नंबर सात से निर्वतमान पार्षद बबली चंदाना ने अपने पति बिल्लू चंदाना के साथ सांकेतिक देकर पूरे मामले को उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव में सफाई के नाम पर भारी गोलमाल किया गया है। सफाई तो हुई नहीं, लेकिन फर्जी बिल तैयार कर फर्मों के खाता में राशि डाली दी गई।

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