चीन ने ताइवान की तरफ भेजे लड़ाकू विमान
ताइपे, 20 जून (एजेंसी)
चीन ने बृहस्पतिवार देर रात और शुक्रवार सुबह ताइवान की ओर 74 लड़ाकू विमान भेजे, जिनमें से 61 ने ताइवान जलडमरूमध्य में मध्य रेखा को पार किया। यह चीन और ताइवान के बीच अनौपचारिक विभाजन रेखा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि इतने सारे विमान क्यों भेजे गए।
गौर हो कि चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और वह इस तरह की तैनाती का इस्तेमाल उसे घेरने और संभवतः उस पर हमले की धमकी देने के लिए करता है। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को ब्रिटिश रॉयल नेवी के गश्ती जहाज के ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरने का स्वागत किया था। वहीं, चीन ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि ब्रिटिश जहाज ने जानबूझकर स्थिति को बिगाड़ा और ताइवान जलडमरूमध्य की शांति एवं स्थिरता को कमजोर किया है।
साइबर अपराध : श्रीलंका से 85 चीनी नागरिक निर्वासित
कोलंबो : श्रीलंका में साइबर अपराध के मामले में दोषी पाए गए 85 चीनी नागरिकों को निर्वासित कर दिया गया है। पुलिस ने मध्य प्रांत के कुंदसाले कस्बे में 22 महिलाओं समेत 130 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 7 फरार
हो गये।
भारत के पड़ोसियों से नजदीकियां : चीन की पाक, बांग्लादेश संग बैठक
बीजिंग : चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने विदेश मंत्रालयों के अधिकारियों की त्रिपक्षीय बैठक का उद्घाटन सत्र हुआ, जो भारत के दो पड़ोसियों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए बीजिंग की नयी रणनीतिक पहल है। इससे पहले, पिछले महीने चीन ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ विदेश मंत्री स्तर की वार्ता की थी। बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों में हाल के दिनों में खटास आयी है। चीन के उप विदेश मंत्री सन वेइदोंग ने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों चीन के अच्छे पड़ोसी, अच्छे मित्र और अच्छे साझेदार हैं तथा ‘बेल्ट एंड रोड’ सहयोग में महत्वपूर्ण साझेदार हैं।