ठिठुरा उत्तर भारत, फरीदकोट में पारा 2.6 और गुरुग्राम 3.5 डिग्री पर
पहाड़ों में आज से बर्फबारी, मैदानी इलाकों में कोहरे की संभावना
दिसंबर के पहले हफ्ते के बीच उत्तर भारत में ठिठुरन बढ़ गयी है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में ठिठुरन बढ़ गयी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बृहस्पतिवार से पहाड़ों में बर्फबारी एवं मैदानी इलाकों में कोहरा छाने की संभावना है। इससे ठंड में और इजाफा हो सकता है।
बुधवर को पंजाब का फरीदकोट राज्य में सबसे सर्द स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पंजाब एवं हरियाणा में कई स्थानों पर कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। हरियाणा के गुरुग्राम में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में सर्दी की चपेट में आये अन्य स्थानों में हिसार में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस, करनाल में 5.6 डिग्री सेल्सियस, नारनौल में 5.3 डिग्री सेल्सियस, रोहतक में छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ में भी रात में सर्दी रही और तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के बठिंडा में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना में 5.4 डिग्री, पटियाला में पांच डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी दिल्ली एवं एनसीआर के अनेक इलाकों में तापमान पांच डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में सर्दी और बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो सकता है, जिसके चलते बूंदाबांदी हो सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ा प्रदूषण, दीपेंद्र हुड्डा समेत कई सांसद पहुंचे मास्क पहनकर
दिल्ली के अनेक इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गयी। कांग्रेस सांसद और कुछ अन्य सदस्य दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति को लेकर विरोध जताते हुए बुधवार को मॉस्क पहनकर संसद भवन पहुंचे तथा सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। रोहतक से लोकसभा सदस्य हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘आज हम यहां की जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। हमारी मांग है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर (जवाब देने के लिए) आगे आएं।’ उन्होंने कहा कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों का एक समूह बनाया जाना चाहिए और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए बजट आवंटन के साथ एक विस्तृत योजना बनाई जानी चाहिए।

