चन्नी के सर्जिकल स्ट्राइक पर बयान से मची सियासी हलचल तो पूर्व CM बैकफुट पर आए
चंडीगढ़, 3 मई (ट्रिन्यू)
Charanjit Singh Channi: कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में जहां पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहलगाम आतंकी हमले पर सरकार को विपक्ष का पूरा समर्थन देने की बात कही, वहीं बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस सांसद व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक बार फिर पुलवामा हमले के बाद की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े कर दिए।
चन्नी ने कहा, “10 दिन बीत चुके हैं लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। वीजा रद्द करने या सिंधु जल संधि को रोकने जैसे कदमों का कोई असर नहीं है। देश की जनता 56 इंच का सीना देखने के इंतजार में है कि पाकिस्तान के खिलाफ कब कार्रवाई होगी।”
चन्नी ने आगे कहा, “पुलवामा में CRPF के जवान शहीद हुए थे। सरकार ने तब दावा किया था कि पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की गई, लेकिन आज तक किसी को पता नहीं चला कि कहां हमला हुआ, कितने लोग मारे गए। अगर बम फेंका जाएगा तो क्या लोगों को पता नहीं चलेगा?”
जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या वह सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं, तो चन्नी ने साफ कहा, “मैं पहले भी सबूत मांगता रहा हूं।”
बीजेपी का पलटवार, चन्नी ने दी सफाई
चन्नी के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी प्रवक्ता सीआर केसवन ने कहा, “चन्नी ने 2024 में पुंछ हमले में शहीद हुए कॉरपोरल विक्की पहाड़े की शहादत को ‘स्टंटबाजी’ कहा था और अब वह फिर से सेना का अपमान कर रहे हैं। यह बेहद शर्मनाक है।”
बीजेपी के हमलों के बाद चन्नी ने सफाई दी और अपने बयान से पीछे हटते हुए कहा, “हमने कभी भी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत नहीं मांगे। इस दुख की घड़ी में कांग्रेस सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। चाहे वह पानी रोके या हवाई कार्रवाई करे, हम सरकार के साथ हैं।”
उन्होंने कहा, “हम सबूत नहीं मांगते। आज सवाल ये है कि देश को न्याय कब मिलेगा। शहीदों के परिवारों को कब न्याय मिलेगा। देश सरकार से कार्रवाई की अपेक्षा कर रहा है और हम उसमें साथ हैं।”
भाजपा ने कांग्रेस को ‘पाकिस्तान कार्यसमिति' कहा
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘बाहर से यह कांग्रेस कार्यसमिति है, लेकिन भीतर से यह पाकिस्तान कार्यसमिति की तरह काम करती है।'' पात्रा ने कहा कि कांग्रेस में यह चलन बन गया है कि इसके प्रस्ताव एवं इसका नेतृत्व किसी और स्वर में बोलते हैं, जबकि इसके कई अन्य नेता किसी और स्वर में बात करते हैं। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें केंद्र से आग्रह किया गया कि वह आतंकवाद का लगातार समर्थन करते रहे पाकिस्तान को दंडित करने के वास्ते दृढ़ता से काम करे।