व्यापार रणनीति में बदलाव चिंताजनक : सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा- भारत दीर्घकालीन दृष्टिकोण पर देगा ध्यान
मुंबई, 17 अप्रैल (एजेंसी)
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत दुनियाभर में जारी व्यापार रणनीतियों में बदलाव के बीच वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए उपयुक्त नीतियों और दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करेगा। सीतारमण ने शेयर बाजार बीएसई की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि शुल्क युद्ध बढ़ने और संरक्षणवादी नीतियों को अपनाने से वैश्विक आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो सकती है। साथ ही उत्पादन लागत में वृद्धि और सीमापार निवेश निर्णयों में अनिश्चितता पैदा होने की भी आशंका है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘व्यापार को लेकर रणनीतियों में बदलाव के प्रयास बहुत चुनौतीपूर्ण हैं...यह चिंताजनक के साथ बहुत चुनौतीपूर्ण भी है।’ दुनिया की मौजूदा स्थिति अस्थिर, अनिश्चित और जटिल बनी हुई है। देश अपनी मजबूत वृहद आर्थिक बुनियाद के दम पर इस माहौल में भी मजबूती के साथ खड़ा है। उन्होंने स्वीकार किया कि व्यापार रणनीतियों में बदलाव के परिणामस्वरूप वित्तीय बाजार प्रभावित हुए हैं।
घरेलू दक्षता बढ़ाना जरूरी
सीतारमण ने कहा, ‘आर्थिक मजबूती के लिए सबसे प्रभावी रास्ता घरेलू दक्षता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है। सरकार का ध्यान बुनियादी ढांचे के विकास, समावेशी विकास और गहन क्षेत्रीय सहयोग के माध्यम से एक मजबूत घरेलू आधार बनाने पर है।’

