Chandigarh News : पीजीआई के डॉक्टरों का 'ऑपरेशन जीत', नेशनल कॉन्फ्रेंस में बटोरीं तालियां और ट्रॉफियां
विवेक शर्मा/चंडीगढ़, 11 फरवरी
Chandigarh News : मरीजों का इलाज करने वाले ये डॉक्टर न सिर्फ ऑपरेशन थिएटर में माहिर हैं, बल्कि दिमागी दंगल में भी कोई उनसे आगे नहीं निकल सकता! कोच्चि में आयोजित इंडियन सोसाइटी ऑफ वैस्कुलर एंड इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी (ISVIR) की सिल्वर जुबली कॉन्फ्रेंस में पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी (IR) विभाग ने ऐसा जलवा बिखेरा कि हर तरफ उनकी चर्चा होने लगी।
गोल्ड मेडलिस्ट बने प्रो. नवीन कालरा
इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी में शानदार योगदान और जर्नल ऑफ क्लिनिकल इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी (JCIR) के संपादन में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रो. नवीन कालरा को ISVIR गोल्ड मेडल 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान इस क्षेत्र में उनके वर्षों की मेहनत का नतीजा है।
तीन डॉक्टरों की तिकड़ी ने मारी बाजी
पीजीआई के डॉक्टर सिर्फ मरीजों का इलाज ही नहीं, बल्कि विज्ञान की दुनिया में भी अपनी धाक जमा रहे हैं। इस कॉन्फ्रेंस में डॉ. उज्जवल गोरसी, डॉ. पंकज गुप्ता और डॉ. हरीश भुजाडे को सर्वश्रेष्ठ समीक्षक पुरस्कार से नवाजा गया। इसके अलावा, डॉ. पंकज गुप्ता ने सर्वश्रेष्ठ पोस्टर पुरस्कार भी जीत लिया। वहीं, डॉ. हरीश भुजाडे को सोसाइटी का कार्यकारी सदस्य चुना गया।
डॉक्टरों की जोड़ी ने क्विज में दिखाया दिमागी दम
जहां एक तरफ ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों की तेजी अहम होती है, वहीं दिमागी खेलों में भी उनकी सूझबूझ कमाल की होती है। इस नेशनल कॉन्फ्रेंस में आयोजित क्विज प्रतियोगिता में देशभर की नामी टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। लेकिन आखिर में पीजीआईएमईआर के दो डीएम छात्र, डॉ. शिवा और डॉ. अक्षय, ने सबको मात देकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
"यह सिर्फ जीत नहीं, परंपरा को आगे बढ़ाने की मिसाल"
डीएम कोर्स के समन्वयक प्रो. मंदीप कंग ने कहा, "पीजीआई उन पहले संस्थानों में से है, जिसने इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी में डीएम कोर्स शुरू किया। यहां से निकले छात्र देशभर में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं। यह सिर्फ हमारी नहीं, पूरी चिकित्सा बिरादरी की जीत है।"