सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 23 जून
चमलियाल सीमा चौकी पर स्थित बीएसएफ के अधिकारियों द्वारा बाबा चमलियाल की दरगाह पर तड़के चादर चढ़ाने के साथ ही मेले का आगज तो हुआ पर देर रात तक पाक रेंजरों द्वारा इसमें शिरकत करने के न्यौते को स्वीकार नहीं किया गया था। मेले में इस बार भी लगातार 5वीं बार दोनों मुल्कों के बीच ‘शक्कर’ और ‘शर्बत’ के बंटने की उम्मीद कम ही है।
वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना के कारण इस मेले को रद्द कर दिया गया था और वर्ष 2018 व 2019 में पाक रेंजरों ने न ही इस मेले में शिरकत की थी और न ही प्रसाद के रूप में ‘शक्कर’ और ’शर्बत’ को स्वीकारा था क्योंकि वर्ष 2018 में 13 जून के दिन पाक रेंजरों ने इसी सीमा चौकी पर हमला कर चार भारतीय जवानों को शहीद कर दिया था तथा 5 अन्य को जख्मी। तब भारतीय पक्ष ने गुस्से में आकर पाक रेंजरों को इस मेले के लिए न्यौता नहीं दिया था।