Haryana Water Crisis : पानी के मुद्दे पर सड़कों पर उतरे इनेलो कार्यकर्ता, रामपाल माजरा बोले- हरियाणा का पानी का मामला चढ़ा राजनीति की भेंट
केंद्र और पंजाब सरकार राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश में : आदित्य देवीलाल
चंडीगढ़, 5 मई (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana Water Crisis : पंजाब द्वारा भाखड़ा डैम से हरियाणा में पानी आपूर्ति रोकने के मुद्दे पर इनेलो ने प्रदेश के 7 जिलों में प्रदर्शन किया। इस मुद्दे पर इनेलो ने सभी जिलों में आंदोलन का फैसला लिया है और इसके लिए प्रदेश को जोन में बांटा है। अंबाला जोन के अंतर्गत 7 जिलों– कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, पानीपत, करनाल व पंचकूला में इनेलो के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किए और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस दौरान इनेलो नेताओं ने केंद्र व हरियाणा सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पुतलों को लेकर भी यात्रा निकाली गई। कैथल में प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय वरिष्ठ उपप्रधान शेर सिंह बड़शामी, अंबाला में प्रधान महासचिव प्रकाश भारती, यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह, पानीपत में डबवाली विधायक अदित्य देवीलाल, करनाल में महिला प्रदेश प्रभारी सुनैना चौटाला और पंचकूला में सतबीर सैनी की अगुवाई में प्रदर्शन हुआ।
प्रदर्शन के बाद सभी उपायुक्तों को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसी कड़ी में मंगलवार को हिसार जोन के 7 और बुधवार को गुरुग्राम जेान जोन के 8 जिलों में प्रदर्शन होंगे। रामपाल माजरा ने कहा कि दिल्ली में लोगों ने आम आदमी पार्टी का सफाया कर दिया है और पंजाब में भी आप पार्टी सरकार की हालत बेहद खराब हो चुकी है। पंजाब में अपना सूपड़ा साफ होता देख लोगों की भावनाओं को अपने पक्ष में करने के लिए आप पार्टी सरकार ने यह कदम उठाया है और संघीय ढांचे को नकार कर अराजकता फैलाने का काम किया है।
विधायक अदित्य देवीलाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2020 में बीबीएमबी से हरियाणा के सदस्य को हटा दिया गया था। आज चार साल तक बीजेपी सरकार का मौन रहना और बीबीएमबी में कोई हिस्सेदारी न होना उसका परिणाम है कि आज हरियाणा में जल संकट है। सुनैना चौटाला ने कहा कि आज इनेलो पार्टी अपने पानी का हक लेने के लिए सड़कों पर उतरी है। हरियाणा प्रदेश गंभीर रूप से पानी के संकट से जूझ रहा है। हरियाणा की बीजेपी सरकार हरियाणा के हक का पानी लाने में पूरी तरह से विफल रही है।