नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (एजेंसी)
सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम (अफस्पा) के तहत अगले छह महीने तक नगालैंड एक ‘अशांत क्षेत्र’ बना रहेगा क्योंकि राज्य की स्थिति ‘खतरनाक’ बनी हुई है। इस महीने की शुरुआत में गलत पहचान के कारण 14 आम नागरिकों की मौत के बाद सशस्त्र बलों को प्राप्त विशेष शक्तियां वापस लेने के लिए बढ़ती मांग के बीच केंद्र का यह कदम सामने आया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को जारी अधिसूचना में कहा कि अफ्सपा के तहत छह महीने के लिए अशांत क्षेत्र को 30 दिसंबर से बढ़ा दिया गया है। राज्य 1958 से अफ्सपा के अधीन रहा है। अफ्सपा की अवधि में विस्तार केंद्र द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल को सदस्य-सचिव के रूप में तथा महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त विवेक जोशी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किए जाने के तीन दिन बाद आया है।