सुरेश एस. डुग्गर
जम्मू, 26 जुलाई
कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ पर द्रास में समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि सेना का हर जवान देश की सुरक्षा के लिए समर्पित है। किसी भी चुनौती का सामना करने और किसी भी शहादत के लिए सेना हमेशा तैयार हैं। 23 साल पहले ऊंची व दुर्गम चोटियों पर विपरीत हालात में लड़े गए करगिल युद्ध की यादें मंगलवार को करगिल विजय दिवस पर ताजा हो गई। भारतीय सेना के जवानों की वीरता की प्रतीक करगिल की चोटियों में द्रास में स्थित करगिल वार मेमोरियल में मंगलवार सुबह भारतीय सेना के चीता हेलीकाप्टरों ने फल बरसाकर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देते शहीद हुए सेना के अधिकारियों व जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी करगिल विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि मैं हमारे अमर वीरों के मूल्य और साहस को सलाम करता हूं, जिन्होंने हमारे महान राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ी।
जम्मू-कश्मीर व लद्दाख की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने शहीदों को सलामी दी। इस मौके पर उन्होंने सैनिकों को अपने शहीदों से प्रेरणा लेते हुए देश सेवा जारी रखने के लिए कहा। आर्मी कमांडर के साथ भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों व सेना की माउंटेन डिवीजन के जीओसी ने शहीदों को शहीदों को पुष्प च्रक अर्पित किए। इस मौके पर करगिल हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिल फिराज खान व लद्दाख प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
फूलों से सजाए गए द्रास वार मेमोरियल में हेलीकाप्टरों से फूल बरसाने के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में लाइट एंड साउंड के जरिए करगिल युद्ध की यादों को भी ताजा कर दिया। वर्ष 1999 के उस मंजर को ताजा किया गया जब भारतीय सैनिकों ने बुलंद हौंसले के साथ करगिल की चोटियों पर बैठे दुश्मन पर करारा आघात कर उसे मार भगाया था। करगिल युद्ध के दौरान टाइगर हिल, टोलोलिंग, मुश्कोह वैली व लोमोचन टाप जैसी चोटियों को जीतने के लिए लड़ी गई थी। विजय दिवस में कई शहीदों के परिवार भी पहुंचे हैं। करगिल विजय दिवस के मुख्य कार्यक्रम में मंगलवार को 14 वीर नारियां, 2 वीर माताएं व करगिल युद्ध के दस नायकों के साथ कई पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया।