लखनऊ, 1 अक्तूबर (एजेंसी)
लखनऊ की एक विशेष अदालत ने कहा है कि सीबीआई ने अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाये जाने के प्रकरण में पाक खुफिया एजेंसियों से जुड़ी एक ‘अहम’ गुप्त सूचना की जांच नहीं की। अदालत ने कहा कि सीबीआई ने यह जांच नहीं की कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लोग राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे में घुसे होंगे और उसे नुकसान पहुंचाया होगा ताकि देश में साम्प्रदायिक अशांति पैदा की जा सके। विशेष न्यायाधीश एसके यादव ने अभियोजन के कई गवाहों के बयानों में विसंगति का हवाला देते हुए कहा कि विवादित ढांचे को ढहाने के लिये आपराधिक साजिश और अन्य आरोप मामले में 32 हाई-प्रोफाइल आरोपियों के खिलाफ साबित नहीं होते हैं। हिंदी में लिखे 2300 पृष्ठों के फैसले में न्यायाधीश ने कहा कि सीबीआई का मामला इस लिहाज से कमजोर हो गया कि उसने जांच नहीं की और पाकिस्तान से जुड़े पहलू को खारिज कर दिया।