नयी दिल्ली, 17 मई (एजेंसी)
एक बिजली कंपनी के लिए 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के मामले में सीबीआई ने लोकसभा सदस्य कार्ति चिदंबरम के खिलाफ केस दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार बताया कि कार्ति पर 2011 में 50 लाख रुपये की रिश्वत लेकर चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने का आरोप है। कार्ति के पिता पी. चिदंबरम तब केंद्रीय गृह मंत्री थे। आज सुबह सीबीआई के दल ने चिदंबरम पिता-पुत्र के आवास समेत दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, कर्नाटक, ओडिशा, और मानसा में 10 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। अधिकारियों ने कहा कि 14 मई को एजेंसी द्वारा कार्ति, उनके करीबी एस. भास्कररमन, तलवंडी साबो बिजली परियोजना के तत्कालीन सहायक उपाध्यक्ष विकास मखारिया (जिसने कथित तौर पर रिश्वत दी), तलवंडी साबो प्राइवेट लिमिटेड (टीएसपीएल), मुंबई स्थित बेल टूल्स (जिसके मार्फत कथित तौर पर रिश्वत पहुंचाई गई) के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद यह छापेमारी की गई। एजेंसी ने प्राथमिकी में कहा, ‘यह मानने के कारण हैं कि तत्कालीन गृह सचिव (आरके सिंह) और गृह मंत्री (चिदंबरम) को टीएसपीएल के मामले और उनके जरिये हुए इसके काम की जानकारी थी, लेकिन अभी यह सुनिश्चित नहीं है कि उन्हें रिश्वत की जानकारी थी या नहीं।’ आरके सिंह अब केंद्रीय मंत्री हैं।
आरोप है कि वेदांता समूह की टीएसपीएल के लिए 2011 में वीजा दिलवाने के लिए रिश्वत ली गयी। टीएसपीएल पंजाब में बिजली संयंत्र लगा रही थी, जिसका ठेका चीन की शेडोंग इलेिक्ट्रक को दिया गया था।