मुंबई, 28 नवंबर (एजेंसी)
मुंबई किसान महापंचायत ने आगामी सभी विधानसभा चुनावों में भाजपा को हराने का आह्वान किया है और साथ ही संकल्प लिया कि अन्य मांगों के लिए लड़ाई जारी रखी जाएगी। इन मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून, बिजली संशोधन विधेयक वापस लेने, लखीमपुर खीरी कांड को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी आदि शामिल है।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने संसद सत्र की शुरुआत की पूर्व संध्या पर रविवार को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में संयुक्त शेतकरी कामगार मोर्चा (एसएसकेएम) के बैनर तले हुई महापंचायत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब एमएसपी के समर्थक थे और किसानों के हितों की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कानून चाहते थे। टिकैत ने मोदी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इस मुद्दे पर बहस से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘एमएसपी की गारंटी कानून के अलावा कृषि और श्रम क्षेत्रों से जुड़े कई मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है और हम उन्हें उजागर करने के लिए पूरे देश में यात्रा करेंगे।’ सभा को राकेश टिकैत के अलावा दर्शन पाल, हन्नान मुल्ला सहित एसकेएम नेताओं ने संबोधित किया। साथ ही योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर, युद्धवीर सिंह, तजिंदर सिंह विर्क, अतुल कुमार अंजान, राजाराम सिंह और अन्य ने भी संबोधित किया।
समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर आयोजित महापंचायत ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए केंद्र पर किसानों की जीत की सराहना की और शेष मांगों के लिए संघर्ष का संकल्प लिया गया। एक विज्ञप्ति में कहा गया कि महापंचायत ने आगामी सभी विधानसभा चुनावों और महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा को हराने का आह्वान किया।
लखीमपुर खीरी के किसान पीड़ितों की ‘शहीद कलश यात्रा’ 27 नवंबर को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा, मुंबई में बाबासाहेब आंबेडकर की चैत्य भूमि, शहीद बाबू जेनू स्मारक और महात्मा गांधी की प्रतिमा तक भी पहुंची। यह यात्रा 27 अक्तूबर को पुणे से शुरू हुई थी और यह महाराष्ट्र के 30 से अधिक जिलों से गुजरी है।