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एक्सप्रेस-वे पर बस में लगी आग, 25 यात्री जिंदा जले

महाराष्ट्र में हादसा : कुछ यात्रियों ने खिड़की से कूद कर बचाई जान

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महाराष्ट्र के बुलढाणा में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हादसे के बाद बुरी तरह जल चुकी बस। - प्रेट्र
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नागपुर, 1 जुलाई (एजेंसी)

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस में आग लगने से 25 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई। आठ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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बस नागपुर से पुणे जा रही थी। हादसा रात करीब डेढ़ बजे हुआ। बस में 33 यात्री सवार थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शवों की पहचान नहीं हो पाने की स्थिति में डीएनए परीक्षण कराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। पुलिस ने कहा कि ‘विदर्भ ट्रेवल्स' की बस शुक्रवार शाम चार बजे नागपुर से पुणे के लिए निकली थी। रात के खाने के लिए बस यवतमाल जिले के कारंजा में रुकी और कुछ समय बाद बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुलिस ने कहा कि डिवाइडर से टकराने के बाद बस दाहिनी ओर गिर गई, जिससे बस के प्रवेश द्वार से निकलना लगभग नामुमकिन हो गया। कुछ ही मिनटों में गाड़ी में आग लग गई। कुछ यात्री टूटी खिड़कियों से बाहर निकलने में सफल रहे।' स्थानीय लोगों ने कहा कि जो लोग बाद में बस से निकल सके उन्होंने राजमार्ग पर दूसरे वाहनों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल दिसंबर में नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग के 520 किलोमीटर लंबे पहले चरण का उद्घाटन किया था।

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बेटे को हॉस्टल छोड़कर लौट रहीं मां और बहन की मौत

पढ़ाई के लिए अपने बेटे को नागपुर छोड़कर पुणे लौट रहे 52 वर्षीय शिक्षक की पत्नी और बेटी की भी हादसे में मौत हो गयी। परिजन ने बताया कि विधि पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले बेटे आदित्य को नागपुर छोड़ने के बाद एक स्कूल में अंग्रेजी के शिक्षक कैलाश गंगावणे पत्नी कंचन और बेटी ऋतुजा के साथ यहां अंबेगांव तहसील स्थित अपने पैतृक गांव निर्गुडसर लौट रहे थे। यह परिवार मूल रूप से पुणे स्थित शिरूर तहसील का रहने वाला है।

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