नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (एजेंसी)
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर करीब 63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और असम में बंपर वोटिंग हुई। बिहार में सबसे कम लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि त्रिपुरा में लगभग 80.17 फीसदी वोटिंग हुई, जबकि पश्चिम बंगाल में 77.57% मतदान हुआ। असम में 71.38 और मेघालय में 70.26%मतदान हुआ, वहीं पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ द्वारा अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण लोग घरों में ही रहे। पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। बिहार की चार लोकसभा सीटों पर 48.23% लोगों ने वोट डाले।
निर्वाचन आयोग ने दावा किया है कि छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण हुआ। लोकसभा चुनाव के साथ ही शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान हुआ। विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान करने वालों में विवाह परिधान में आए कई नवविवाहित जोड़े, दिव्यांग लोग और स्ट्रेचर तथा व्हीलचेयर पर आए कुछ बुजुर्ग शामिल रहे। तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और असम में कुछ बूथ पर ईवीएम में खामियों की शिकायत आई। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के सबसे बड़े चरण में मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम छह बजे तक चला। जहां कतार में लोग खड़े थे उन्हें वोट देने की अनुमति दी गयी। छत्तीसगढ़ में 63.41 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी में विस्फोट होने से एक अधिकारी घायल हो गया। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर संसदीय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने के बावजूद 65.08 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर 51 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 53.64 प्रतिशत वोटिंग हुई। महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीटों पर 55.29 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में छह लोकसभा सीटों पर 63.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में 58 प्रतिशत, मिजोरम में 56.68%, नगालैंड में 56.77 प्रतिशत, पुडुचेरी में 73.25% और सिक्किम में 68.06 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।